बी.टेक, एमटेक, मैनेजमेंट, नियमित डिग्री कोर्स के अंतिम वर्ष में पढऩे वाले विद्यार्थी हैं।
रक्तिम तिवारी/अजमेर.
कोरोना संक्रमण से कैंपस प्लेसमेंट पर असर पड़ रहा है। अव्वल तो युवाओं-विद्यार्थियों को पैकेज कम मिलने की आशंका है। तिस पर कम्पनियों में प्लेसमेंट भी 30 से 40 प्रतिशत तक कम हो सकते हैं। विद्यार्थियों ने विशेषज्ञों/शिक्षकों से सलाह लेनी शुरू की है।
आईआईएम, एनआईटी सहित देश के केंद्रीय/राज्य स्तरीय विश्वविद्यालयों, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, प्रबंधन और तकनीकी संस्थानों में लाखों विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। देश-विदेश की प्रतिष्ठित कम्पनियों में फरवरी- मार्च तक कैंपस प्लेसमेंट हुए थे। इनमें बी.टेक, एमटेक, मैनेजमेंट, नियमित डिग्री कोर्स के अंतिम वर्ष में पढऩे वाले विद्यार्थी हैं।
इन क्षेत्रों के लिए कैंपस प्लेसमेंट
बैंकिंग, बीमा, ऑटोमोबाइल, रिटेल, सर्विस सेक्टर, प्रोडक्शन, सिविल और कंस्ट्रक्शन, मेडिकल एन्ड हैल्थ, सप्लाई सिस्टम और अन्य
इन पदों के लिए प्लेसमेंट
सीनियर क्रेडिट रिस्क एनालिस्ट-सीनियर एक्जिक्यूटिव-असिसटेंट/डिप्टी मैनेजर-टेक्निकल सपोर्ट इंजीनियर-प्रोडक्शन इंचार्ज अथवा एक्जिक्यूटिव-ह्मयून रिसोर्स मैनेजर-बैक ऑफिस मैनेजर-बैंकिंग एंड इश्योरेंस मैनेजटर
पैकेज और नए रोजगार पर असर
एमडीएस यूनिवर्सिटी, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलीटेक्निक कॉलेज, आईटीआई में ऑटोमोबाइल,बैंकिंग-इंश्योरेंस, रिटेल-कॉरपॉरेट सेक्टर की कम्पनियां कैंपस प्लेसमेंट करती हैं। मदस विश्वविद्यालय के मैनेमेंट विभागाध्यक्ष प्रो. शिवप्रसाद ने बताया कि फाइनल ईयर के विद्यार्थी बैंक में इंटर्नशिप कर रहे हैं। आने वाले महीनों में पैकेज और नए रोजगारों परअसर पड़ेगा।
बिजनेस इम्पैक्ट....
बैंकों का एनपीए बढ़ा 2.0 प्रतिशत
सर्विस सेक्टर निर्यात पर असर-1.5 से 2.5 प्रतिशत
मोबाइल-आईटी सेक्टर व्यवसाय-40 से 45 प्रतिशत
घरेलू सर्विस सेक्टर में गिरावट-48 प्रतिशत
(स्त्रोत: मदस विश्वविद्यालय मैनेजमेंट विभाग )
विद्यार्थियों की परीक्षाएं बकाया
एमबीए, बी.टेक, एम.टेक, बीबीए अंतिम वर्ष/ सेमेस्टर में पढ़ रहे विद्यार्थियों परीक्षाएं जुलाई-अगस्त में होनी हैं। मुख्य परीक्षा-परीक्षा परिणाम सितंबर से नवंबर तक आएंगे। इसके बाद ही कम्पनियां प्लेसमेंट का फैसला करेंगी।
हमेशा देश-विदेश की प्रतिष्ठित कम्पनियां आईआईटी आर आईआईएम में नवम्बर से मार्च तक कैंपस प्लेसमेंट पूरा करती हैं। इस बार भी कई जगह प्लेसमेंट कैंप हुए हैं। कोरोना संक्रमण के बाद से हालात बदले हुए हैं। दुनिया के कई देशों में लॉकडाउन है। भारत में निश्चित तौर पर कई सेक्टर में कैंपस प्लेसमेंट पर काफी असर होगा। प्रो. एन.आर. चौधरी, विभागाध्यक्ष टूरिज्म एंड हॉस्पिटेलिटी मैनेजमेंट जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी दिल्ली