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एक साथ चार अर्थियां उठी तो दहाड़े मारकर विलाप करते रहे परिजन,20 घंटे बाद चारों बच्चों का दाह संस्कार

locationअजमेरPublished: Jul 11, 2021 12:56:05 am

Submitted by:

suresh bharti

खदान के पानी में डूबने से चार बच्चों की मौत का मामला,विधायक रमेश मीणा की समझाइश पर शवों की अंत्येष्टि के लिए राजी हुए परिजन.प्रत्येक मृतक बच्चे के परिजन को सरकार से एक-एक लाख रुपए की मिली आर्थिक सहायता

एक साथ चार अर्थियां उठी तो दहाड़े मारकर विलाप करते रहे परिजन,20 घंटे बाद चारों बच्चों का दाह संस्कार

एक साथ चार अर्थियां उठी तो दहाड़े मारकर विलाप करते रहे परिजन,20 घंटे बाद चारों बच्चों का दाह संस्कार

कैलादेवी/ करौली. कैलादेवी थानान्तर्गत मनोहरपुरा गांव समीप नयावास्या की ढाणी में शुक्रवार शाम चार बच्चों की गहरे गड्ढे में डूबने से हुई मौत के बाद शनिवार दोपहर गमगीन माहौल के बीच एक साथ अंत्येष्टि कर दी गई। घरों से चार अर्थियां उठी तो परिजन दहाड़े मार-मारकर विलाप करते रहे। इस दौरान हर किसी की आंखें नम हो गई। इससे पहले सुबह 11 बजे तक विभिन्न मांगों को लेकर बच्चों के पोस्टमार्टम तथा अंतिम संस्कार में गतिरोध बना रहा। क्षेत्रीय विधायक रमेश मीणा की समझाइश के बाद परिजन पोस्टमार्टम कराकर अंतिम संस्कार के लिए सहमत हुए।
उल्लेखनीय है कि बकरियां चराकर घर लौट रहे चार बच्चों लवकेश व शिवकेश पुत्र बबलू जाटव, काजल पुत्री सुमेर, पूजा पुत्री राजू की गहरे गड्ढ़े में भरे पानी में डूबने से मौत हो गई थी। इसके बाद परिजन तथा ग्रामीण आर्थिक सहायता दिए जाने, गड्ढा करने वाले अवैध क्रेशर को बंद करने तथा इसके संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर शवों के साथ धरना देकर बैठ गए थे।
गतिरोध खत्म करने में विधायक के प्रयास सफल

मामले में गतिरोध खत्म करने के लिए विधायक रमेश मीणा ने समझाइश करने की प्रभावी पहल की। वह सुबह जयपुर से सीधे कैलादेवी चिकित्सालय पहुंचे। फिर पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय में अधिकारियों से चर्चा की। इस बीच उन्होंने पीडि़त परिजन को ढांढस बंधाया और ग्रामीणों तथा मामले में परिजन का साथ दे रहे भीम आर्मी सेना के पदाधिकारियों से उनकी मांगों के बारे में जानकारी ली। बाद में प्रशासन से वार्ता कर सुलह कराई।
इन मांगों पर बनी बात

मृतक बच्चों के परिजन, ग्रामीणों तथा भीम आर्मी सेना के पदाधकारियों की विभिन्न मांगों के कारण पोस्टमार्टम व अंतिम संस्कार में गतिरोध था। इस पर विधायक की समझाइश से कुछ मांग मान ली गई, जबकि कुछ पर आश्वासन देकर उनको राजी किया गया। इसी क्रम में कैलादेवी क्रेशर उद्योग के संचालकों के खिलाफ दो मृतक बालकों के पिता बबलू जाटव की ओर से हत्या के आरोप की प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी में ऋषभ अग्रवाल, नीतू अग्रवाल, विपिन अग्रवाल, राजेश सिंह, अज्जू मीणा आदि नामों का उल्लेख है। प्राथमिकी में आरोप है कि अवैध संचालित क्रेशर के आसपास क्षेत्र में खनिज खुदाई के कारण पोखर नुमा गहरा गड्ढ़ा हुआ, जिसमें नलकूप से पानी भर दिया गया। इस जल भराव के कारण ही बच्चों के डूबने से मौत का हादसा हुआ।
क्रेशर को अवैध बताया

इसके अलावा प्रत्येक मृतक के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष से 1-1 लाख रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने का एलान विधायक रमेश मीणा ने किया। मृतक बच्चों के परिजनों को संविदा पर नौकरी देने, अवैध खनन में लिप्त अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने, अवैध क्रेशर संचालकों के की गिरफ्तारी आदि मांगों पर प्रभावी कार्रवाई करने और राज्य सरकार स्तर की मांगों पर सरकार को लिखने का पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने भरोसा दिया।
एसपी की समझाइश से देर रात कैलादेवी लाए शव

बच्चों के शवों के साथ विरोध जता रहे ग्रामीणों तथा भीम आर्मी सेना के पदाधिकारियों को समझाइश करने शुक्रवार रात पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश चंद, उपखण्ड अधिकारी देवेन्द्र सिंह परमार, कैलादेवी पुलिस उपाधीक्षक महावीर सिंह पहुंचे। इन अधिकारियों से ग्रामीणों ने अवैध क्रेशर के संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग रखी जिनके अवैध खनन से गहरा गड्ढ़ा होने से ये हादसा हुआ। ग्रामीणों ने कहा कि दो वर्ष पहले कैलादेवी ग्रिट उद्योग क्रेशर के खिलाफ शिकायत और प्राथमिकी पर कार्रवाई नहीं की गई। ए
20 घंटे नहीं जले चूल्हे

हादसे के बाद से नयाबास की ढाणी में शोक छाया है। किसी घर में शुक्रवार शाम से 20 घंटे तक चूल्हा नहीं जला और रुदन सुनाई दिया। शनिवार दोपहर में गमगीन माहौल में एक साथ चार अर्थियों के उठने पर पूरे इलाके में रुदन को सुनकर हर किसी की आंखें नम हो गई। अंतिम संस्कार में क्षेत्रीय विधायक रमेश मीणा, बहुजन समाज पार्टी के हंसराज मीणा बालौती सहित कई जनप्रतिनिधि तथा राजनीतिक लोग शामिल हुए।
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