पुलिस के अनुसार गांधीनगर थाना क्षेत्र के देव डूंगरी क्षेत्र में रहने वाले मुरलीधर उर्फ मुरली पुत्र घीसालाल साहू ने रविवार रात को विषाक्त सेवन कर लिया। तबीयत बिगडऩे पर उसे प्राथमिक उपचार के बाद जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में भर्ती करवाया। उपचार के दौरान मुरली ने दम तोड़ दिया। सूचना पर पहुंची गांधीनगर थाना पुलिस ने मृतक के परिजन की रिपोर्ट पर मुरली के ससुराल पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
ससुराल पक्ष चाहता था छुटकारा मृतक के बहनोई जगदीश साहू ने बताया कि मुरली के ससुराल पक्ष ने उस पर दबाव बना रखा था। मुरली की सास, ससुर, साले और मामा ससुर सहित अन्य रिश्तेदार मुरली से सोनू(पत्नी) का छुटकारा चाहते थे। उन्होंने मुरली की पत्नी सोनू से दहेज प्रताडऩा का मुकदमा भी दर्ज करवा दिया। इसके बाद मुरली पर दस लाख रुपए देकर रिश्ता तोडऩे का दबाव बना रखा था लेकिन मुरली पत्नी और बच्चों को नहीं छोडऩा चाहता था। एक माह पहले समझाइश का भी प्रयास किया लेकिन ससुराल पक्ष के लोग नहीं माने। आखिर रविवार रात मुरली ने अवसाद में आकर विषाक्त सेवन कर लिया।
पत्नी बच्चों के साथ पीहर में जगदीश साहू ने बताया कि मुरली की शादी के 11 साल हो चुके थे। वह शादी के बाद से मौसी सास के पास किशनगढ़ देव डूंगरी क्षेत्र में रहता था। गतदिनों मुरली के साले का विवाह हुआ। शादी में आपसी बोलचाल में विवाद हो गया। शादी के बाद मुरली की पत्नी किशनगढ़ आ गई लेकिन दोनों पति-पत्नी में विवाद के बाद वह दोनों बच्चों के साथ पीहर केकड़ी जुनिया गई तो वापस नहीं लौटी। मुरली के बड़ी बेटी और पांच साल का एक बेटा है।
जान से मारने की धमकी!
रिश्तेदार अनिल साहू ने बताया कि मुरली के ससुराल पक्ष ने उसको धमकाया था कि दस लाख रुपए देकर छुटकारा नहीं दिया तो वह उसको जान से मार देंगे। तब से मुरली अवसाद में चल रहा था। उसे 24 घांटे का समय दिया था। पुलिस मामले की गहनता से पड़ताल में जुटी है।