
student union election 2019
ब्यावर. नगरपरिषद चुनाव (Municipal elections) में उतरे 228 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में बंद हो गया, इसके साथ ही चुनाव परिणाम ( Election result) को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। चाय की थड़ी हो या दुकान, घर हो या प्रतिष्ठान, हर जगह चुनाव परिणाम को लेकर ही चर्चा करते लोग देखे गए। चुनाव परिणाम का आकलन हर व्यक्ति अपने-अपने हिसाब से कर रहा है। जो जिसका समर्थक है, उसे वही जीतता नजर आ रहा है। नगरपरिषद में बोर्ड कांग्रेस का बनेगा, या फिर भाजपा का, इसको लेकर भी लोगों की राय जुदा-जुदा है। अधिकांश लोगों का कहना रहा कि निर्दलीयों ने दोनों ही दलों की गणित को पूरी तरह गड़बड़ा दिया है और ऐसे में बोर्ड किसी का भी बने, निर्दलियों का समर्थन जरूरी होगा। वहीं पार्टी से जुड़े लोग अपनी अपनी जीत व बोर्ड बनाने के दावे कर रहे हैं।
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गली मोहल्लों में पसरा है सन्नाटा
नामांकन दाखिल करने के साथ ही शहर के गली मोहल्लों में शुरू हुआ शोर शराबा मतदान के साथ ही थम गया। अब गली मोहल्लों में वो रौनक नहीं रही जो बीते पन्द्रह दिनों से थी। अधिकांश गली मोहल्लों में सन्नाटा पसरा है। बाजारों में रूटिन की रौनक है, वहीं गली मोहल्ले सुनसान नजर आए।
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अब तक थे आबाद, आज पड़े हैं बंद
ब्यावर. नगर परिषद चुनाव में उतरे प्रत्याशियों ने प्रचार प्रसार के लिए हर वार्ड में चुनाव कार्यालय खोले। इन कार्यालयों में मतदान के दिन तक चाहल पहल रही लेकिन मतदान के दूसरे दिन कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला। इनमें से अधिकांश कार्यालयों पर ताला लटका मिला और जो कुछ खुले मिले, उनमें भी चंद लोग ही दिखाई दिए। वार्ड चुनाव में उतरे दौ सौ अठ्ठाइस प्रत्याशियों में से अधिकांश ने चुनाव कार्यालय खोले और निर्वाचन विभाग की ओर से 224 चुनाव कार्यालय खोलने की स्वीकृति जारी की गई।
Published on:
18 Nov 2019 04:36 pm
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