
digital library in college
रक्तिम तिवारी/अजमेर.
राज्य के तीन इंजीनियरिंग कॉलेज के लाइब्रेरी में जल्द बदलाव नजर अएगा। अजमेर के महिला इंजीनियरिंग सहित बांसवाड़ा और झालावाड़ इंजीनियरिंग कॉलेज में डिजिटल ऑनलाइन लाइब्रेरी बनेगी। इससे विद्यार्थी, शिक्षक, शोधार्थी और विशेषज्ञ इंजीनियरिंग ब्रांच की किताबें, जर्नल और पत्र-पत्रिकाएं ऑनलाइन पढ़ सकेंगे। राज्य स्तरीय कमेटी इसकी मॉनिटरिंग करेगी।
महिला इंजीनियरिंग कॉलेज माखुपुरा, बांसवाड़ और झालावाड़ इंजीनियरिंग कॉलेज में लाइब्रेरी बनी हुई हैं। इनमें मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर इंजीनियरिंग और अन्य ब्रांच की किताबें, जर्नल, नियमित पत्र-पत्रिकाएं और अन्य विषयों और लेखकों की पुस्तकें रखी हुई हैं। मौजूदा वक्त लाइब्रेरी का स्वरूप वैसा नहीं है, जिस तरह राज्य सचिवालय, कॉलेज, विश्वविद्यालय और अन्य शैक्षिक-सरकारी महकमों में होता है।
अब बनेगी डिजिटल-लाइब्रेरी
राज्य सरकार सभी इंजीनियरिंग कॉलेज की डिजिटल ऑनलाइन लाइब्रेरी तैयार करने के इच्छुक हैं। तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने इसके निर्देश दिए हैं। पायलट प्रोजेक्ट के तहत राज्य के तीन इंजीनियरिंग कॉलेज का चयन किया गया है। तीनों कॉलेज की इंजीनियरिंग और अन्य संकाय की पुस्तकें ई-फॉर्मेट में तब्दील की जाएंगी। इन्हें डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया जाएगा।
मंगवाएंगे विविध विषयों की किताबें
राज्य के सभी कॉलेज की लाइब्रेरी में विविध विषयों की किताबें मंगवाई जाएंगी। इनमें राजस्थान और अन्य प्रांतों के साहित्य, कला-संस्कृति, इतिहास, नाट्य विधा, परम्पराओं, सम-सामायिकी, वैश्विक गतिविधियों से जुड़ी किताबें, पुराने और नए नामचीन लेखकों की पुस्तकें शामिल होंगी। ताकि यहां विद्यार्थियों, शिक्षकों विशेषज्ञों, अधिकारियों और कर्मचारियों को पढऩे के लिए वृहद सामग्री मिल सके।
यह होंगे फायदे
-विद्यार्थी, शिक्षक, विशेषज्ञ और शोधार्थी को मिलेंगे ई-कंटेंट
-उपलब्ध लिंक से घर बैठे पढ़ सकेंगे पुस्तकों से
-पुस्तकों के कंटेंट बरसों तक रहेंगे सुरक्षित
-राज्य के सभी तकनीकी शिक्षा संस्थानों को होगी सुविधा
-एआईसीटीई, यूजीसी की लाइब्रेरी से भी होगी लिंक
अजमेर की इन संस्थाओं में भी स्तरीय लाइब्रेरी
-महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय (1987 से)
-सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय (1836 से)
-दयानंद कॉलेज और सोफिया कॉलेज (करीब 70 साल से)
राज्य के तीन कॉलेज में डिजिटल लाइब्रेरी तैयार की जाएगी। इसमें ऑनलाइन कंटेंट उपलब्ध होंगे। विद्यार्थियों ,शिक्षकों और तकनीकी क्षेत्र के विशेषज्ञों को इसका लाभ मिलेगा।
डॉ. जितेंद्र डीगवाल, प्राचार्य महिला इंजीनियरिंग कॉलेज
Published on:
15 Jan 2021 09:08 am
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