थाना परिसर में बने आवासों में तीन से चार फीट पानी भर गया। इधर, कादेड़ा में भी स्कूलों में पानी भर गया। इससे शनिवार को प्रभावित स्कूलों में अवकाश रहा। श्मशान घाट की लगभग १०० फीट लम्बी दीवार ढह गई। मेला ग्राउण्ड में झुग्गी झोपडिय़ों में पानी घुस गया। देवसागर, पारा बांध द्वितीय, रणजीत सागर बांध व नाहर सागर व पिपलाज बांध पर चादर चल रही है। वहीं कई जगह कच्चे घरौंदे गिर गए।
कई गांव पानी से घिरे भिनाय क्षेत्र में मूसलाधार बारिश व ओलावृष्टि से कई जगह भारी नुकसान हुआ। करीब दस गांवों में नीबू के आकार जैसे ओले गिरे। तेज हवा से कई पेड़ गिर गए। बिजली गुल हो गई। केरोट गांव पानी से घिरने से टापू बन गया। क्षेत्र के नांदसी, कुरथल, काचरिया,केरोट, कादोलाई व जेतपुरा सहित कई गांवों में मूसलाधार बारिश व ओले गिरने से फसलें नष्ट हो गई।
रणजीत सागर, मानसागर, नांदसी, नया तालाब, गोविंद सागर, कल्याण सागर, कुरथल,देवा सागर,नया तालाब काचरिया में पानी की आवक बढ़ गई। नाले उफान पर रहे। नागोला से पाड़लिया, नांदसी, कुरथल जाने वाले सारे मार्गों में पानी भरा है। पाडोलाई, खेड़ी, बगराई, अमरपुरा, गुढ़ाकला, इंद्रपुरा व गुढ़ाखुर्द में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। भिनाय तहसीलदार सोनू गुप्ता के अनुसार ओलावृष्टि व तेज बारिश से गांवों में काफी नुकसान होने की सूचना है। रविवार को पटवारी व गिरदावर को मौके पर भेजकर रिपोर्ट मंगवाई जाएगी।
मौसम ने बदले कई रंग जिले में मौसम ने शनिवार को कई रंग बदले। सुबह बादलों की टुकडिय़ां दिखी। इसके बाद दिनभर गर्मी और धूप ने सताया। शाम को फिर बादलों ने आसमान पर डेरा डाल दिया। अजमेर में सुबह से ही आसमान पर बादलों की टुकडिय़ां दिखी। धूप निकलने के साथ गर्माहट हो गई। लोग छायादार स्थानों- पेड़ों के नीचे बैठे नजर आए। तीखी धूप और गर्मी ने परेशान किया।
शाम को बादल फिर आसमान पर छाए लेकिन जिले में कहीं भी बारिश नहीं हुई। हवा चलने के बाद भी गर्माहट बनी रही। अजमेर शहर में अधिकतम तापमान ३४.२ और न्यूनतम २६.१ डिग्री रहा।