बीते दो साल में जुलाई का अंतिम सप्ताह इस पर सबसे गर्म है। जहां साल 2017 में 20 से 25 जुलाई तक अधिकतम तापमान 27.4 से 35.4 डिग्री और 2018 में 29.8 से 33 डिग्री के बीच था। इस बार तापमान उछलता हुआ 34 से 38.4 डिग्री तक पहुंच गया है। जुलाई में गर्मी की प्रचंडता ग्लोबल वार्मिंग (global warming) के चलते हुई। इससे समूचे विश्व में कही सूखा (drought) तो कहीं अतिवृष्टि (access rain), तापमान में अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव हो रहा है।
बरसात नहीं होने से जिले के अधिकांश जलाशय (water tanks) में पर्याप्त पानी नहीं आया है। इनमें राजियवास, बीर, मूंडोती, पारा प्रथम और द्वितीय, बिसूंदनी, मकरेड़ा, रामसर, अजगरा, ताज सरोवर अरनिया, नारायण सागर खारी, मान सागर जोताया, देह सागर बडली, भीम सागर तिहारी, खानपुरा तालाब शामिल है। इसी तरह चौरसियावास, लाकोलाव टैंक हनौतिया, पुराना तालाब बलाड़, जवाजा तालाब, देलवाड़ा तालाब, छोटा तालाब चाट, मान सागर जोताया और अन्य शामिल हैं।
2015-190.2 2016-220.7
2017-258.98 2018-191.72
2019-160.72