
ईंट-भट्टों को जिग-जैग तकनीक से चलाने के निर्देश
धौलपुर. राजाखेडा क्षेत्र के ईंट भट्टा संचालकों के पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों से जुड़े मामलों नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल व आम जनता को जागरूक करने के लिए जिला कलक्टर अनिल कुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में उन्होंने राजाखेड़ा क्षेत्र के ईंट भट्टा संचालकों से प्रदूषण नियंत्रण को लेकर चर्चा करते हुए कहा कि अब पुराने ईंट भट्टा बंद कर पीएनजी से ईंट भट्टा चलाने की तैयारी की जाए। उन्होंने अब कोयला से चलने वाले ईंट भट्टों के बजाय पीएनजी यानी पाइप्ड नेचुरल गैस से चलने वाले ईंट भट्टा लगाने के सुझाव दिए। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के दिए गए आदेश अनुसार सभी ईंट भट्टा संचालक जारी की गाइडलाइन के अनुसार ईंट भट्टा को जिग जैग तकनीक से ही चलाएं। कहा कि सभी ईंट भट्टा संचालक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मानकों को पूरा करें। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि पॉल्यूशन की गाइड लाइन की पालना कराने के लिए राजाखेड़ा क्षेत्र में संचालित ईंट भट्टा मालिकों की समस्या समाधान के लिए शिविर लगाया जाए। ईंट भट्टा को ऑनलाइन आवेदन करने की समस्या को दूर करने के लिए 3 दिवस के लिए ईंजीनियर को नियुक्त किया जाए। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी एवं कनिष्ठ पर्यावरण अभियन्ता ने सभी ईंट भट्टा संचालकों को बताया कि ईंट भट्टा की विशेष जांच को आदेश जारी किए गए हैं। विशेष जांच वायु प्रदूषण के मानक ईंट भट्टा संचालकों को पूरा करना होगा। बताया कि जिगजैग तकनीक में ईंट पथाई के लिए बनाया जाने वाला चेंबर जेड तकनीक पर बनता है। यह घुमावदार होता है, उत्पादन अधिक होता है। चिमनियों के ऊपर वायु प्रदूषण निवारक यंत्र लगते हैं। जिससे धुआं आसमान में उड़ जाता है। बैठक में विधायक राजाखेड़ा रोहित बोहरा ने कहा कि ईंट भट्टा संचालक सरकार के नियमों की पालना करते हुए ईंट भट्टा का संचालन करें। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से बताए गए जिग-जैग तकनीक का इस्तेमाल करते हुए भट्टे तैयार किए जाएं। इससे प्रदूषण कम होता है। बैठक में उपखण्ड अधिकारी राजाखेड़ा देवीसिंह सहित सभी ईंट भट्टा संचालक उपस्थित रहे।
Published on:
29 Jul 2022 12:41 am
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