
अजमेर . राजस्थान के उप चुनावों की तारीखें अभी तय तो नहीं हुई, लेकिन कांग्रेस ने अलवर में अपना प्रत्याशी घोषित कर एक मनोवैज्ञानिक बढ़त तो ले ही ली है। अब जल्द ही अजमेर में भी पार्टी अपना प्रत्याशी घोषित करेगी। अजमेर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट का निर्वाचन क्षेत्र है। ऐसे में यहां फैसला अलवर के साथ नहीं हो पाया। पार्टी अभी मंथन कर रही है कि प्रत्याशी खुद पायलट हो या कोई अन्य। फिलहाल पायलट तीन दिवसीय अजमेर (नसीराबाद, मसूदा व केकड़ी) दौरे पर हैं। इस बीच पायलट ने राजस्थान पत्रिका के साथ की विशेष बातचीत।
क्या आप खुद अजमेर से चुनाव लड़ेंगे? इसका निर्णय राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ही करेंगे और जल्द करेंगे। मैंने खुद ने उनसे आग्रह किया है कि वे जल्द इस बारे में घोषणा करें।
राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि आप और भंवर जितेन्द्र सिंह (अलवर) से चुनाव नहीं ही लड़ेंगे? क्या कोई खास रणनीति है यह?
विभिन्न परिस्थितियों को देखकर ही निर्णय किए जाते हैं। मेरा पूरा विश्वास है कि कोई भी चुनाव लड़े तीनों उप चुनाव कांग्रेस ही जीतेगी। यह हमारा आत्मविश्वास है जो हमने भाजपा से पहले प्रत्याशी घोषित किया है।
जेएलएन अस्पताल में एक दिन में 22 मौतें हो गईं। पूरे राज्य में रोजाना सिलसिला जारी है?
पायलट:- पहली बार ऐसी मुख्यमंत्री और सरकार देखी है, जिसके राज में डॉक्टर्स बार-बार हड़ताल कर रहे हैं। बच्चे मर रहे हैं और सरकार तमाशबीन बनी बैठी है।
किशनगढ़ एयरपोर्ट शुरू तो हुआ, लेकिन पिछले 27 दिनों में सिर्फ 14 फ्लाइट्स उड़ी, उनमें से सीटें (कुल 9) खाली रहती हैं और एक बार तो सिर्फ एक ही यात्री मिला? जयपुर , दिल्ली और मुम्बई से जुड़ाव भी नहीं हुआ?
एयरपोर्ट कांग्रेस अजमेर लेकर आई, लेकिन उप चुनावों के बीच भाजपा सरकार ने इसे हड़बड़ी में शुरू किया सिर्फ अपने नाम का पत्थर लगाने के लिए। उन्हें एयरपोर्ट की कोई कद्र नहीं। मसूदा से अजमेर में शुरूआत हुई है।
कांग्रेस से बिछुड़े लोगों को आप फिर से पार्टी में शामिल कर रहे हैं?
मैंने जयपुर में भी कुछ दिनों पहले पार्टी के पुराने लोगों को फिर से शामिल करवाया है। हम अपना कुनबा बढ़ाना चाहते हैं। कोई भी कांग्रेस विचारधारा और राहुल गांधी की रीति-नीति को मानता हो तो उसके लिए हमारे द्वार खुले हैं।
किशनगढ़ हवाई अड्डे से नियमित उड़ान शुरू हुए 26 दिन हो गए लेकिन अभी तक मात्र 14 ही बार यहां से प्लेन उड़ा है।
खास बात यह है कि इनमें से एक दिन ऐसा भी आया जब विमान में केवल एक ही यात्री की बुकिंग हो पाई और सिर्फ एक आदमी के लिए सुप्रीम एयर लाइंस को 9 सीटर विमान उदयपुर भेजना पड़ा। इससे माना जा रहा है कि यात्रियों के अभाव में शेष 12 दिन उड़ान निरस्त करनी पड़ी है। यहां तक कि एयरपोर्ट पर शुरू की गई नाइट पार्र्किंग सुविधा में भी खास रूचि नहीं ली जा रही।
Published on:
26 Dec 2017 09:04 pm
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