राजकीय यज्ञनारायण अस्पताल में अत्याधुनिक लेबर रूम का बनकर तैयार हो गया है। करोड़ों की लागत से बने इस लेबर रूम कई नई सुविधाएं है। लेबर रूप में प्रसूताओं के लिए अलग-अलग चैम्बर बनाए गए हैं। इन चैम्बर में डिलीवरी होगी। इससे डिलीवरी के दौरान पेशेन्ट डिस्टर्ब नहीं होंगे। लेबर रूम में संगीत भी बजता रहेगा। लेबर रूम में संगीत की व्यवस्था से ना केवल गर्भवती को प्रसव पीड़ा कम होगी बल्कि लेबर रूम के बाहर परिजन को भी सुकून मिलेगा।
संभाग के बड़े अस्पतालों में भी होनी चाहिए पहल- जानकारों का कहना है कि लेबर रूम में संगीत जैसी व्यवस्था एवं सुविधाएं संभाग के बड़े अस्पतालों में भी होनी चाहिए। हालांकि ऑपरेशन थिएटर सहित अन्य जगह तो इसकी व्यवस्था है, मगर लेबर रूम में यह नई व अच्छी शुरुआत सार्थक साबित होगी।
कम होगा तनाव- पुराने लेबर रूम में अलग-अलग चैम्बर नहीं होने से प्रसूताओं और स्टाफ को काफी दिक्कतें होती थी। नए लेबर रूम में छह अलग-अलग चैम्बर बनाए गए हैं। इससे लेबर रूम में हाइजीन तो बढ़ेगी ही। स्टाफ का तनाव भी कम होगा।
ऐसे रहेगी व्यवस्था- सबसे पहले प्रसूताओं को एक विशेष कक्ष में लाया जाएगा। यहां प्रसूताओं की स्थिति को देखकर उसे लेबर रूम में भेजा जाएगा।
हर माह होती है 500 डिलीवरी- राजकीय यज्ञनारायण अस्पताल में हर माह करीब 500 से 600 डिलीवरी कराई जाती है। यहां स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अंजना गुप्ता और डॉ. पूनम गोयल सेवाएं दे रही है। मगर इस तरह की व्यवस्था से संस्थागत प्रसव बढऩे की उम्मीद है।
इनका कहना है- नए लेबर रूम में कई अत्याधुनिक व्यवस्थाएं की गई है। अलग ब्लॉक और संगीत सहित कई सुविधाएं हैं। कुछ हद तक संगीत प्रसव पीड़ा को कम करने में सहायक सिद्ध होगा।
-डॉ. अशोक जैन, पीएमओ