एसीबी की पड़ताल में सामने आया कि परिवादी सोनी ने पालिका चेयरमैन लड्ढा से काम निकालने के लिए दलाल राजेश शर्मा का बताया। शर्मा ने लड्ढा से काम करने की एवज में 2 फीसदी रिश्वत पर राजी कर लिया। शर्मा ने चेयरमैन लड्ढा को 30 हजार रुपए की रकम अपने पास से दे दी। जो वह परिवादी से लेने वाला था। एसीबी ने चेयरमैन और दलाल शर्मा को भी प्रकरण में दोषी मानते हुए शामिल किया है।
अजमेर एसीबी ने बुधवार को सीओ महिपालसिंह ने ठेकेदार महावीर सोनी शिकायत पर बकाया बिल के भुगतान के लिए बैकडेट में हस्ताक्षर के लिए सरवाड़ नगर पालिका कैशियर देवेन्द्रसिंह गुर्जर, अधिशासी अधिकारी दीपेन्द्रसिंह शेखावत को 10-10 हजार और सरवाड़ नगर पालिका के तत्कालीन कनिष्ठ अभियंता व निम्बाहेड़ा नगर पालिका के कनिष्ठ अभियंता हरिसिंह कुम्हार को निम्बाहेड़ा में 55 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। सोनी ने 27 सितम्बर को ईओ शेखावत व केशियर गुर्जर के खिलाफ शिकायत दी। सरवाड़ में उसकी फर्म ने श्मशान घाट, अम्बेडकर भवन, कब्रिस्तान पर निर्माण कार्य करवाए। इन कार्यों का करीब 18 लाख रुपए का भुगतान बकाया चल रहा था। भुगतान की एवज में 50 हजार रुपए की मांगी जा रही थी। इसमे 40 हजार रुपए पूर्व में दिए जा चुके थे। सोनी ने तत्कालीन व वर्तमान में निम्बाहेड़ा पालिका में कार्यरत जेइएन हरिसिंह कुम्हार के खिलाफ भी पुराने बिलों के भुगतान की एवज में 55 हजार रुपए की रिश्वत मांगने की शिकायत दी थी।