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अजमेर

Problem: इस यूनिवर्सिटी के कॉमर्स और पॉप्यूलेशन स्टडीज विभाग पर खतरा

कला संकाय केवल एक शिक्षक के भरोसे चलेगा। विषयवार गेस्ट फैकल्टी कक्षाओं में पढ़ाएंगी।

अजमेरJun 23, 2020 / 08:17 am

raktim tiwari

mdsu ajmer

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अजमेर.

महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के कॉमर्स और कला संकाय पर अलगे सत्र से संकट मंडराएगा। कॉमर्स संकाय में कोई शिक्षक नहीं होगा, जबकि कला संकाय केवल एक शिक्षक के भरोसे चलेगा। विषयवार गेस्ट फैकल्टी कक्षाओं में पढ़ाएंगी।
विश्वविद्यालयय में कला, वाणिज्य, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, विधि, पत्रकारिता और अन्य संकाय संचालित हैं। मौजूदा वक्त 18 स्थाई शिक्षक कायर्रत हैं। इनमें 16 प्रोफेसर और 2 रीडर शामिल हैं। इनके अलावा योग विभाग में संविदा पर दो शिक्षक कार्यरत हैं।
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जुलाई से बढ़ेगा संकट
कॉमर्स विभागाध्यक्ष प्रो. बी. पी. सारस्वत 30 जून को और जनसंख्या अध्ययन विभागाध्यक्ष प्रो. लक्ष्मी ठाकुर 31 जुलाई को रिटायर होंगी। प्रो. सारस्वत पिछले 25 साल से कॉमर्स और प्रो. ठाकुर 10 साल से विभाग में एकमात्र शिक्षक हैं। सारस्वत के रिटायर होने के बाद कॉमर्स विभाग में कोई शिक्षक नहीं होगा। जबकि विवि के राजनीति विज्ञान, इतिहास, अर्थशास्त्र और जनसंख्या अध्ययन विभाग सहित समूचे कला संकाय में प्रो. शिवदयाल सिंह एकमात्र शिक्षक रहेंगे।
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अटकी है 20 शिक्षकों की भर्ती

प्रोफेसर-इकोनॉमिक्स, प्योर एन्ड एप्लाइड केमिस्ट्री, रीडर-बॉटनी (2), इकोनॉमिक्स (1), भूगोल (1), इतिहास (2), गणित (1), राजनीति विज्ञान (2), प्योर एन्ड एप्लाइड केमिस्ट्री (1), समाजशास्त्र (1), जूलॉजी (2)लेक्चरर-कम्प्यूटर एप्लीकेशन (1), भूगोल (1), प्योर एन्ड एप्लाइड केमिस्ट्री (1), समाजशास्त्र (1), जूलॉजी (1)
अभी ये है स्थिति
इतिहास, राजनीति विज्ञान, रिमोट सेंसिंग में एक भी स्थाई शिक्षक नहीं है। कॉमर्स, कम्प्यूटर विज्ञान, प्योर एन्ड एप्लाइड केमिस्ट्री, अर्थशास्त्र, जनसंख्या अध्ययन विभाग में महज एक-एक शिक्षक है। लॉ, हिन्दी और पत्रकारिता विभाग में शिक्षकों के पद सृजित नहीं हुए हैं। इन विषयों को अस्थाई शिक्षक चला रहे हैं। साल 2016 में विश्वविद्यालय ने शिक्षकों की भर्ती के लिए ऑनलाइन फार्म भरवाए थे, लेकिन विषयवार कई आवेदक यूजीसी के नए नियमों और मानदंड पर खरे नहीं उतर पाए थे।

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