पुष्कर (अजमेर). अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले (pushkar fair 2019) में गुरुवार को रेतीले धोरों में घूमर गीत व नृत्य (ghoomer in pushkar fair) की गूंज हुई तो श्रोता तालियों की गडगड़़ाहट करते रहे। ठेठ ग्रामीण पहनावे में सजी-धजी युवतियों ने सामूहिक नृत्य किया तो राजस्थानी संस्कृति जीवंत हो उठी। इस दौरान 2,150 महिलाओं ने घूमर नृत्य कर इतिहास रच दिया। पुष्कर मेले (pushkar fair) का यह दृश्य इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड से जुड़ गया। जिला कलक्टर (District Collector) विश्वमोहन शर्मा की पहल पर जिले के मसूदा, पीसांगन व किशनगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र के करीब 32 गांवों की युवतियों ने सामूहिक घूमर नृत्य किया तो लोग रोमांचित हो गए। सात कली का घाघरा जैसे ही घूमा तो विहंगम नजारा लगा।
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मेला स्टेडियम के सामने अलग-अलग नौ गोले बनाए गए थे। मध्य के बड़े गोले में ज्यादा महिलाएं थीं। जिला कलक्टर विश्वमोहन शर्मा, मेला मजिस्ट्रेट देविका तोमर, सह प्रभारी आई एएस अर्तिका शुक्ला, नित्या के.ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। इण्डिया बुक ऑफ रिकार्ड से आए अधिकारियों ने इस आयोजन को रिकार्ड में दर्ज करने की घोषणा की। इससे पूर्व जयपुर व जोधपुर में इसी प्रकार का बड़ा आयोजन किया जा चुका है। वहां केवल 1,750 महिलाओं ने ही घूमर नृत्य किया था। पुष्कर के मेला मैदान ने यह उपलब्धि हासिल की।
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