गेगल थाना पुलिस ने दर्ज किया हत्या का मामला, दो आरोपितों को किया गिरफ्तार, देर रात तक मोर्चरी के बाहर बैठे रहे परिजन
अजमेर. लेन-देन विवाद में 15 दिन पहले नरवर गांव में पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले किए गए युवक ने गुरुवार सुबह उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजन के साथ सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी, कांग्रेसी पार्षद व नेता धरने पर बैठ गए। उन्होंने प्रकरण में मृतक के बयान के बावजूद आरोपितों पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए गेगल थाना पुलिस व अनुसंधान अधिकारी की मंशा एवं कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा दिए। मृतक के पिता ने मुख्य आरोपित रासबिहारी पाराशर की गिरफ्तारी के बाद ही शव उठाने की शर्त रख दी। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी ने दिनभर समझाइश का प्रयास किया, लेकिन देर शाम तक परिजन मोर्चरी के बाहर बैठे रहे। उन्होंने प्रशासन के जरिए छह सूत्री मांग पत्र मुख्यमंत्री को भेजा है। पुलिस ने प्रकरण में तरूण हाड़ा व भास्कर पंडित को गिरफ्तार किया है।
नरवर निवासी रोहित कंवरिया सुबह 7 बजे मौत हो गई। इस पर पीसीसी सदस्य डॉ. राजकुमार जयपाल, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष द्रौपदी कोली, अम्बेडकर जागरुकता मिशन अध्यक्ष महेन्द्र परिहार, अशोक चौहान, एडवोकेट प्रेमपाल गोस्वामी, पार्षद नरेश सत्यावना, चन्द्रशेखर बालोटिया, इंसाफ अली, देशराज मेहरा समेत कई संगठन के पदाधिकारी पहुंचे। उन्होंने प्रकरण में 15 दिन में प्रभावी कार्रवाई नहीं होने पर रोष जताया।
15 दिन में क्या किया?
सूचना मिलने पर एसडीएम अजमेर महावीर शर्मा, सीओ उत्तर छवि शर्मा, पुष्कर थानाप्रभारी रवीश सामरिया, गेगल थानाधिकारी सुनील बेड़ा मौके पर पहुंचे। समझाइश के दौरान डॉ. जयपाल, मेहरा व कोली ने अधिकारियों से कहा कि 15 दिन में क्या किया?
यह लगाए आरोप
- प्रकरण में 11 मई को जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज करने के बाद अनुसंधान सीओ (अजमेर ग्रामीण) इस्लाम खान को दिया। पुलिस ने तरूण हाड़ा व भास्कर पंडित को हिरासत में लिया, लेकिन गिरफ्तार नहीं किया। पुलिस संरक्षण में चौकी में बिठाए रखा गया, जो पुलिस की मंशा व मिलीभगत को जाहिर करता है। चौकी स्टाफ को निलम्बित करने व मुख्य आरोपित रास बिहारी उर्फ रासू की गिरफ्तारी की मांग की।
- रोहित परिवार का एकमात्र गुजर बसर का जरिया था। वह ना केवल बूढ़े-माता बल्कि अपनी चार बहनों और एक छोटे भाई की उम्मीद था। परिवार को अब आर्थिक संकट से जूझना पड़ेगा। मृतक आश्रित परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता व छोटे भाई विशाल को सरकारी नौकरी की मांग की।
- मुख्य आरोपित को भगोड़ा घोषित कर उसकी सम्पत्ति कुर्क की जाए।- उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित कर प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की। पांच सूत्री मांग नहीं मानने पर अनिश्चित कालीन धरने की चेतावनी दी।
यह है मामला
गत 10 मई रात 8 बजे नरवर निवासी रोहित कंवरिया पम्प पर बाइक में पेट्रोल भरवाने गया था। आरोप है कि पम्प संचालक रासबिहारी पारासर, सेल्समैन तरुण हाड़ा, भास्कर पंडित से कहासुनी हो गई। रोहित उनसे बचकर भागा तो आरोपितों ने उसे रात 12 बजे कॉल कर नरवर पुलिस चौकी के पास बुलाया, जहां उसके साथ मारपीट की। आरोपितों ने पेट्रोल छिड़ककर उसके आग लगा दी। वह चिल्लाता हुआ घर की तरफ भागा। उसकी चीख-पुकार सुन बाहर निकले पड़ोसियों ने उसे जेएलएन अस्पताल पहुंचाया। गेगल थाना पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ 307 में मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने अस्पताल में रोहित के न्यायिक अधिकारी के समक्ष बयान दर्ज किए।