
महावीर भट्ट /पुष्कर .आतंकी हिट लिस्ट में शामिल ब्रह्मा मंदिर की सुरक्षा इन दिनों मात्र एक महिला सिपाही के भरोसे है। हालत यह है कि यह महिला सिपाही रोजाना पन्द्रह घंटे लगातार ड्यूटी देकर मंदिर में प्रवेश करने वालों की जांच का जिम्मा संभाल रही है जो महज एक खानापूर्ति कही जा सकती है। हालाकि मंदिर के प्रवेश द्वार पर आरएसी के जवान बंकर बनाकर खड़े दिखते हैं लेकिन जिला पुलिस स्तर पर की गई सुरक्षा हटा लिए जाने के बाद मंदिर मे प्रवेश से पूर्व की जा रही जांच मात्र खानापूर्ति साबित हो रही है।
ब्रह्मा मंदिर की सुरक्षा के लिए जिला पुलिस स्तर पर अतिरिक्त पुलिसकर्मी लगाए गए थे। यह व्यवस्था लम्बे समय से चल रही थी। गत दिनों रिव्यू करने के नाम पर मंदिर की सीढिय़ों पर मेटल डिटेक्टर दरवाजे के पास तैनात जवानों को वापस पुलिस लाइन में बुला लिया गया था। उसके बाद हैड कांस्टेबल गोविन्द सिंह व रतनी देवी नाम की महिला पुलिसकर्मी के भरोसे जांच का जिम्मा कर दिया गया था। लेकिन रविवार को केवल महिला सिपाही की सुरक्षा के लिए जांच करते पाई गई।
महिला सिपाही रतनी देवी ने पत्रिका को बताया कि गोविन्द सिंह चार दिन के अवकाश पर हैं। वह सुबह 6 से रात 9 बजे तक मंदिर में आने जाने वालों पर नजर रख रही है। शाम होते होते वह भी थक कर कुर्सी पर बैठ जाती है। उसके बाद मंदिर में कोई भी बेरोक-टोक आ-जा सकता है।
स्वीकृत नफरी ही नहीं
ब्रह्मा मंदिर की सुरक्षा को लेकर सरकारी स्तर पर जबता लगाने की स्वीकृत नफरी नहीं है। केवल जिला पुलिस स्तर पर एहतियात के तौर पर अतिरिक्त जाब्ता लगाया जा रहा है।
ब्रह्मा मंदिर की सुरक्षा में अतिरिक्त पुलिस कर्मी लगाने के लिए पुलिस अधीक्षक को अवगत करा दिया गया है। शीघ्र ही व्यवस्था करने के प्रयास किए जाएंगे।
राजेश वर्मा, पुलिस उप अधीक्षक (ग्रामीण)
Published on:
04 Dec 2017 11:27 am
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