चीरी से बनी छत पर था बिटौरा पड़ोसियों ने बताया कि प्रमोद ने एक गाय पाल रखी है। इसके गोबर से बने ऊपलों का छत पर बिटौरा बना रखा था। पड़ोसियों का कहना है कि पिछले दिनों हुई लगातार बारिश से बिटौरा पानी भरने के कारण भारी हो गया था। चीरी (पत्थर) से बनी हुई छत वजन नहीं सह पाई और टूट कर गिर गई। पत्थरों के वजन से पूरा मकान ही धराशायी हो गया।
जिला कलक्टर के प्रयास से मिली सहायता राशि प्रमोद का परिवार मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना और खाद्य सुरक्षा योजना से भी नहीं जुड़ा हुआ था। इस पर जिला कलक्टर अनिल कुमार अग्रवाल ने मुख्यमंत्री कार्यालय पत्र भेज कर प्रत्येक मृतक के आश्रित को एक-एक लाख रुपए एवं घायलों को 20-20 हजार रुपए की राशि प्रदान करने के लिए अनुमति मांगी। जिला कलक्टर के पत्र पर मुख्यमंत्री कार्यालय से चार मृतकों के आश्रितों और दो घायलों को मुख्यमंत्री सहायता कोष नियमों के अनुसार दुर्घटना सहायता स्वीकृत करने की अनुमति जारी कर दी गई।
चार पुत्रियों के बाद हुआ था पुत्र प्रमोद का विवाह करीब दस वर्ष पूर्व हुआ था। एक-एक कर उसकी चार पुत्रियां हुई। इसके बाद करीब चार माह पूर्व ही उसके घर पुत्र गोविंद का जन्म हुआ था। शनिवार देर रात हुई दुर्घटना में प्रमोद की तीन पुत्रियों के साथ पुत्र की भी मौत हो गई।
पूर्व सीएम व केन्द्रीय मंत्री ने किया ट्वीट मनियां में हुई हृदय विदारक घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने ट्वीट किया है। दोनों ने ट्वीट में घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
बॉक्स.. फोटो… धौलपुर में भी पानी से घिरे मकान, हादसे की आशंका धौलपुर शहर में भी जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण कई कॉलोनियों में जलभराव की समस्या है। बड़ी संख्या में मकान चारों ओर पानी से घिरे हैं। ऐसे में यहां हर समय हादसे की आशंका बनी हुई है। शहर की बाड़ी रोड स्थित गोकुल चंदन विहार, भोगीराम नगर, कृष्णा कॉलोनी तथा छोटी लाइन के पास हुंडावाल नगर, नारायण विहार कॉलोनी आदि क्षेत्रों में मकानों के चारों ओर, रास्तों और खाली भूखंडों में पानी भरा है। इन क्षेत्रों में रहने वाले हजारों लोग परेशान हैं। जलभराव की समस्या का समाधान खोजने और पानी को निकालने के बजाय अधिकारी शायद यहां भी किसी हादसे का इंजतार कर रहे हैं।