थैला बैंक में बन रहे 10 हजार थैले नगर निगम जल्द ही थैला बैंक प्रारंभ करेगा। इसमें 10 हजार कपड़े के थैले बनवाए जा रहे है। इन कपड़ों के थैलों को शहर के नया बाजार, मदार गेट, पुरानी मंडी, डिग्गी बाजार और केसरगंज सहित शहर के मुख्य बाजारों में कैनोपी लगाकर बिक्री करने की योजना है। इसमें संस्थाओं का भी सहयोग लिया जा रहा है।
ब्लक वेस्ट जनरेटर को नोटिस देना शुरू
ब्लक वेस्ट जनरेटर को नोटिस देना शुरू
शहर में विभिन्न संस्थाओं से प्रतिदिन गीला कचरा, सूखा कचरा, प्लास्टिक का कचरा सहित धातु युक्त कचरा निकलता है। इसमें समारोह स्थल, होटल, रेस्टोरेंट संचालक और स्कूलें भी शामिल है। निगम ने अभी तक 124 लोगों को नोटिस जारी किए। इसमें से कई लोगों ने कम्पोस्टिंग के लिए मशीनों के ऑर्डर भी दे दिए है।
गीला-सूखा कचरा हो रहा अलग एकत्र
गीला-सूखा कचरा हो रहा अलग एकत्र
नगर निगम ने गीला और सूखा कचरा अलग-अलग एकत्र करना शुरू कर दिया है। प्लास्टिक की टंकी में गीला और ऑटोरिक्शा में सूखा कचरा एकत्र किया जा रहा है। वर्तमान में सात वार्डो में इसे शुरू किया गया है। कांजी हाउस के पास आधुनिक तरीक से कचरे के निस्तारण के लिए शेड बनवाया जा रहा है।
फिर से शुरू करेंगे नेकी की दीवार
फिर से शुरू करेंगे नेकी की दीवार
नगर निगम की ओर से स्वामी कॉम्पलेक्स के सामने और वैशाली नगर में फिर से नेकी की दीवार शुरू करने की योजना है। वर्तमान में सिर्फ रातीडांग क्षेत्र में नेकी की दीवार संचालित हो रही है।
प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करना
प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद करना
शहर में संचालित चाय की थड़ी, नाश्ता और फास्टफूड कॉर्नर की ओर से इस्तेमाल की जा रही है वन टाइम प्लास्टिक के यूज को बंद करने के प्रयास किए जा रहे है। चाय के कागज व प्लास्टिक के कप के स्थान पर कुल्लड़, फास्ट फूड कॉर्नर संचालकों को स्टील की प्लेट, स्टील या लकड़ी के चम्मच, थर्माकॉल के दोने व पत्तलों का प्रयोग बंद स्टील के कटौरी, चम्मच और गिलास आदि का उपयोग लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
होम कम्पोस्टिग को बढ़ावा घरों से होम कम्पोस्टिग के लिए स्कूली बच्चों और अध्यापकों को स्कूलों में प्रेरित किया जा रहा है। स्कूली बच्चे घर में जाकर अपने अभिभावकों को प्रेरित करेंगे। मार्केट एसोसिएशन के पदाधिकारियों, स्वयं सेवी संगठनों को कार्यशाला के माध्यम से समझाइश की जा रही है।
इनका कहना है…
स्वच्छ भारत मिशन के स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छी रैकिंग के लिए कई प्रयास किए जा रहे है। इसमें गीला-सूखा कचरा अलग कर उसका निस्तारण करने, होम कम्पोस्टिंग करने, सिंगल यूज प्लास्टिक को बंद करने के प्रयास किए जा रहे है। साथ ही कपड़ों के थैले आदि बनवाकर बिक्री कर आमजन को जागरुक किया जाएगा।
स्वच्छ भारत मिशन के स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छी रैकिंग के लिए कई प्रयास किए जा रहे है। इसमें गीला-सूखा कचरा अलग कर उसका निस्तारण करने, होम कम्पोस्टिंग करने, सिंगल यूज प्लास्टिक को बंद करने के प्रयास किए जा रहे है। साथ ही कपड़ों के थैले आदि बनवाकर बिक्री कर आमजन को जागरुक किया जाएगा।
– चिन्मयी गोपाल, आयुक्त नगर निगम