इसके अलावा सामाजिक जीवन में लोगों के व्यवहार में बदलाव, पड़ोसियों के साथ अच्छे सलूक, इस्लाम में पर्यावरण संरक्षण के नियम बताए गए। इज्तिमा में लोगों को शादी में फिजूलखर्ची से बचने का संदेश भी दिया गया। कार्यक्रम के दौरान बारिश और सर्द हवा से मौसम बदल गया। दीनी तब्लीगी इज्तिमा में आए अकीदतमंद पर असर नजर नहीं आया। हजारों अकीदतमंद धर्मगुरुओं के प्रवचन सुनते रहे।
इज्तिमा में आने वाले अकीदतमंद के रहने व खाने का इंतजाम एक ही जगह किया गया। यहां टेंट लगाकर इसकी व्यवस्था की गई है। इज्तिमागाह में पर्याप्त मात्रा में पेयजल की व्यवस्था की गई। साथ ही लोगों की संख्या के अनुरुप आवश्यक इंतजामात किए गए हैं। पानी की व्यवस्था के लिए बड़े-बड़े जलाशय बनाकर स्टोरेज किया गया है।