
रीति-रिवाजों के विपरीत शव के अंतिम संस्कार का आरोप
एसपी से न्याय दिलाने की मांग
अजमेर. तारागढ़ पर एक युवक के शव का उसके परिवार के रीति-रिवाजों के विपरीत अंतिम संस्कार करने के आरोप का मामला सामने आया है। मृतक के चाचा ने पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है।
पीडि़त कम्मूलाल ने बताया कि उसके परिवार की पीढ़ी तारागढ़ पर निवास कर रही है। विगत 5 अक्टूबर को उसके भतीजे हरिलाल पुत्र धन्नालाल का निधन हो गया। पंचायत कमेटी अध्यक्ष की ओर से हरिलाल के शव का उसके परिवार के रीति-रिवाजों के विपरीत अंतिम संस्कार कर दिया गया। मृतक के तीसरे व बारहवें की रस्म अब तक नहीं हो सकी है। उसका आरोप है कि पंचायत कमेटी की ओर से उसे उसके धार्मिक रीति-रिवाज से कोई भी कार्य करने मना किया गया है।
इनका कहना है...
मामला मेरे सामने नहीं आया है। कोई पीडि़त है तो वह आकर मुझसे मिले। दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-कुंवर राष्ट्रदीप, पुलिस अधीक्षक
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पड़ताल में सामने आया कि तारागढ़ पर रहने वाले वाल्मीकि समाज के परिवार के सदस्य की मृत्यु पर दफनाने की परम्परा है। गत दिनों भी परिवार के सदस्यों की सहमति से दफनाया गया था।
-हेमराज, थानाप्रभारी दरगाह
जानलेवा हमले का आरोप
अजमेर. श्रीनगर थाना क्षेत्र के लवेरा गांव में झगड़े में घायल हुए परिवार के सदस्यों ने एसपी के समक्ष गुहार लगाई। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से मामले में निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए मामला जानलेवा हमले का होने के बाद भी पुलिस की ओर से मारपीट में दर्जकर इतिश्री करने का आरोप लगाया। पीडि़त लवेरा निवासी दयाल पुत्र रेवता ने बताया कि मंगलवार सुबह उसकी बेटी मीरा गोबर डालने गई।
यहां पूराराम, रतन, जगदीश, तेजा, रेखा, सोनू, गोगा, छोगाराम, शंकर, नन्दू ने एकराय होकर उस पर हमला कर दिया। उसकी चीख-पुकार पर वह पहुंचे तो उस पर और उसके बेटे लालाराम व गोरधन पर भी हमला कर दिया। दोनों ने भागकर जान बचाई। हमले में उसके और उसकी बेटी के सिर में गंभीर चोट आई। उन्होंने मामले में श्रीनगर पुलिस थाने में शिकायत दी लेकिन पुलिस ने हमले को सिर्फ मारपीट मानकर आरोपियों को राहत दे दी जबकि आरोपियों ने जान से मारने के इरादे से उन पर हमला किया था।
Published on:
20 Nov 2019 12:28 pm
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