बाद में नाजि़म (
dargah nazim) कार्यालय के बाहर आए और वहां मोहम्मद इलियास कुरेशी और दरगाह कमेटी के सहायक नाजिम शादाब अहमद के सामने फिर से दरगाह कमेटी अध्यक्ष के लिए आपत्तिजनक, अभद्र, अशोभनीय और अपशब्दों का प्रयोग करते हुए उन्हें देख लेने व जान से मारने की बात कही। साथ ही शादाब को कहा कि नाजि़म एवं सदर कुछ दिन में निपटने वाले हैं। चिश्ती ने यह भी कहा कि मेरे साथ पूरी टीम है, मैं अकेला नहीं हूं।
शिकायत में लिखा गया है कि चिश्ती के इस कृत्य से वहां अतिथि गृह की कानून व शांति व्यवस्था बिगडऩे के आसार बन गए। इस पर अन्य कर्मचारियों को सूचना दी गई। उनके आने पर जुल्फिकार वहां से रवाना हो गया। मामले की शिकायत लेकर खुद दरगाह नाजिम शकील अहमद दरगाह थाने पहुंचे। पुलिस ने लोकसेवक को शांति भंग के इरादे से धमकाने का मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच उप निरीक्षक महेन्द्रसिंह को सौंपी गई है।