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कोटा बैराज से छोड़ा तीन लाख क्यूसेक पानी, आज धौलपुर में उफनेगी चंबल

- प्रशासन बनाए हुए है कड़ी नजर, फिलहाल बह रही चेतावनी स्तर से नीचे - कोटा में पार्वती, कालीसिंध और परवन नदी में पानी की जोरदार आवक - यह पानी भी आएगा चंबल में कोटा क्षेत्र में चंबल, पार्वती, परवन और कालीसिंध नदियों के उफनने का असर धौलपुर में चंबल के बहाव पर भी पड़ेगा। मंगलवार देरशाम कोटा बैराज से तीन लाख क्सूसेक पानी छोड़ा गया है। ऐसे में बुधवार सुबह तक धौलपुर में चंबल का जलस्तर बढऩे लग जाएगा। दोपहर तक इसके खतरे के निशान से ऊपर जाकर 133-134 मीटर तक पहुंचने की आशंका है।

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अजमेर

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Dilip Sharma

Aug 17, 2022

कोटा बैराज से छोड़ा तीन लाख क्यूसेक पानी, आज धौलपुर में उफनेगी चंबल

कोटा बैराज से छोड़ा तीन लाख क्यूसेक पानी, आज धौलपुर में उफनेगी चंबल

धौलपुर. कोटा क्षेत्र में चंबल, पार्वती, परवन और कालीसिंध नदियों के उफनने का असर धौलपुर में चंबल के बहाव पर भी पड़ेगा। मंगलवार देरशाम कोटा बैराज से तीन लाख क्सूसेक पानी छोड़ा गया है। ऐसे में बुधवार सुबह तक धौलपुर में चंबल का जलस्तर बढऩे लग जाएगा। दोपहर तक इसके खतरे के निशान से ऊपर जाकर 133-134 मीटर तक पहुंचने की आशंका है। फिलहाल चंबल चेतावनी के स्तर से नीचे बह रही है। धौलपुर में मंगलवार शाम इसका जलस्तर 127.90 दर्ज किया गया। बता दें, कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण गत शनिवार को चंबल के जलस्तर में बढ़ोतरी हो गई थी। शनिवार शाम पांच बजे तक चंबल खतरे के स्तर को पार कर 131.30 मीटर तक पहुंच गई थी। वहीं, शनिवार रात आठ बजे चंबल का जलस्तर 131.70 मीटर रेकॉर्ड किया गया था। हालांकि, रविवार से चंबल के जलस्तर में गिरावट देखी गई। चंबल में खतरे का निशान 130.79 मीटर पर है। जबकि, चेतावनी का स्तर 129.79 मीटर पर है।

इन गांवों पर प्रशासन की नजर

चंबल का जलस्तर बढऩे से राजाखेड़ा क्षेत्र के अंडवा पुरैनी के मजरा गढ़ीकापुरा, चाडिय़ान का पुरा, बीच का पुरा तथा सरमथुरा क्षेत्र के झिरी, पनावती, हल्लूकापुरा, रूंधकापुरा, दुर्गसी, शंकरपुरा, भगतकापुरा, भम्मपुरा एवं खिल्लाडांडा के प्रभावित होने की आशंका है। इन गांवों पर प्रशासन कड़ी नजर बनाए हुए है।

132 मीटर पर मंडराता है खतरा

अधीक्षण अभियन्ता जल संसाधन विभाग ने बताया कि चंबल का जलस्तर 132 मीटर होने पर घढ़ीकापुरा, 142 पर अण्डवा पुरैनी, 134 पर पक्कापुरा तथा भूराखेड़ा, चिंगोरा, शंकरपुर और कठूमरा चंबल नदी का गेज 139 मीटर होने पर प्रभावित होंगे।

सहायक नदियां भी उफान पर

चंबल की सहायक नदियों पार्वती, कालीसिंध और परवन भी इस समय ओवरफ्लो चल रही हैं। यह नदियां खतरे के निशान से 10 फीट तक ऊपर बह रही हैं। इनका पानी भी कोटा बैराज से आगे चंबल में मिलकर धौलपुर की ओर आता है।

प्रशासन अलर्ट, निचले इलाकों में जारी की चेतावनी

उधर, चंबल में पानी बढऩे की आशंका को देखते प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। प्रशासन ने निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है। निचले इलाकों के गांवों के लोगों को पशुओं, वृद्धों, महिलाओं और बच्चों को ऊंचे व सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए कहा गया है। वहीं, सभी उपखंड अधिकारियों और तहसीलदारों को मॉनिटरिंग पर लगाया गया है।

इनका कहना है

प्रशासन स्थिति पर पूरी नजर बनाए हुए है। आपदा प्रबंधन को लेकर तैयारियां पूरी हैं। कोटा कलक्टर से भी संपर्क में हैं। बुधवार दोपहर तक चंबल के खतरे के निशान से ऊपर जाने की आशंका है। निचले क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
- अनिल कुमार अग्रवाल, जिला कलक्टर धौलपुर