
pushkar fair
पांच सौ व एक हजार रुपए केनोट को लेकर लिए गए निर्णय का पुष्कर मेले की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ा है। कमाई की आस में दुकानें सजाए दुकानदारों को ग्राहक सामान खरीदने के बदले पांच सौ व एक हजार रुपए के नोट दे रहे हैं लेकिन दुकानदार सामान ही नहीं बेच रहे हैं। हालत यह है कि केवल सौ या इससे कम के नोट देने पर ही दुकानदारी हो रही है।
सरकार के इस निर्णय से सबसे ज्यादा परेशानी विदेशी पर्यटकों को झेलनी पड़ रही है। बाजार से सामान खरीदने के बदले पांच सौ व हजार के नोट डिस्काउंट राशि में देने पड़ रहे हैं। इस व्यवस्था से पुष्कर मेला चौपट सा हो गया है। पर्यटकों ने मेले में आते ही डॉलर व विदेशी मुद्रा परिवर्तन कराकर पांच सौ व एक हजार के नोट सहूलियत के हिसाब से ले तो लिए लेकिन बुधवार को बाजार में खरीदारी करते समय दुकानदार इन बड़े नोटों को लेने से इंकार कर रहे हैं। टैक्सी से लेकर होटल में ठहरने, मेले में सामान खरीदने में पर्यटक परेशान हो रहे हैं।
बाजार में भारतीय मुद्रा का डिस्काउंट पर प्रचलन
विदेशी पर्यटकों की ओर से सामान खरीदने के बदले पांच सौ व एक हजार रुपए के नोट तो दिए जा रहे हैं लेकिन दुकानदार पांच सौ के नोट के बदले तीन सौ का ही माल थमा रहे हैं पर्यटकों की मजबूरी है कि बैंक बंद होने के कारण वे कहां जाएं। इस बारे में मेले में आए कुछ विदेशी पर्यटकों से बात भी की।
प्रकरण : 1पुष्कर मेले में विदेशी पर्यटकों का समूह लेकर आई ग्रुप लीडर आस्ट्रेलिया निवासी मेरेलिन ने कहा कि पांच सौ व हजार रुपए के नोट बंद करने का अचानक निर्णय लेने के कारण बहुत परेशानी हो रही है। बाजार में कोई बड़े नोट लेने को ही तैयार नहीं है। मैंने पर्यटकों को पुष्कर मेले में किसी प्रकार की खरीदारी करने से मना कर दिया है।
प्रकरण : 2 कनाड़ा की पर्यटक जैम ने बताया कि वह बुधवार को ही ट्रेन से अजमेर आई। वहां टैक्सी व होटल वालों ने पांच सौ व हजार रुपए के नोट लेने से इन्कार कर दिया। रेलवे स्टेशन पर पर्यटक सहायता केन्द्र पर मदद मांगी तो उन्होंने कोई मदद नहीं की। पुलिस ने बैंक बंद होना बताकर मदद से मना कर दिया। उन्होंने बताया कि वे इन्टरनेट कैफे पर गई तथा वहां से टैक्सी लेकर पुष्कर आई है।
प्रकरण : 3 पुष्कर मेले में घूमने आए पशुपालक बद्री ने बताया कि वह पशु खरीदने व बेचने आया था। इसी दौरान पुष्कर दर्शन करने गया। बाजार में ठंड से बचने के लिए पहनने की जैकेट खरीदी और पांच सौ का नोट निकालकर दिया तो दुकानदार ने लेने से मना कर दिया तथा जैकेट नहीं दी।पशुपालक ले रहे बेहिचकपुष्कर के मेला मैदान में पशुओं की खरीद-फरोख्त करने आए पशुपालक पांच सौ व हजार रुपए के नोट बंद होने से बेखबर दिखे।
यही कारण रहा कि वे पशुओं का व्यापार करके पांच सौ व एक हजार रुपए के नोटों का बेहिचक लेनदेन कर रहे थे। थांवला से आए पशुपालक ने बताया कि हमें कोई परेशानी नही है। इसी प्रकार सीकर के पशुपालक उम्मेद सिंह ने बताया कि पांच सौ व एक हजार के नोट ले रहे हैं। नोट 30 तारीख तक बैक में जमा करा देंगे, कोई परेशानी नहीं।
Published on:
10 Nov 2016 01:19 pm
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