जै बाबा री....भलो करसी बाबो...जय बोलो तेजा महाराज की... तेजा थारे पगा उबाणे आऊं रे...जैसे भजनों की गंूज है।
सावन-भादव माह में धर्म-कर्म को लेकर श्रद्धालुओं में होड़ सी मची रहती है।
पदयात्रा को लेकर जातरुओं में खासा उत्साह है। भादव माह में पदयात्रियों के जत्थे तडक़े से देर रात तक भजनों और जयकारों की गूंज के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
बाबा रामदेव की झांकी।