जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिला कारागार में नाइजीरिया मूल का बंदी पिछले करीब 1 साल से बंद था। कोतवाली सिविल लाइन पुलिस ने उसके ऊपर संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेज दिया था। जेल पहुंचने पर नाइजीरिया मूल के बंदी समेत उसके साथियों का मेडिकल चेकअप भी कराया गया था। जहां मेडिकल चेकअप के दौरान जांच में उसे एचआईवी समेत अन्य कई गंभीर बीमारियां उजागर हुईं। बताया जा रहा है कि मूल रूप से नाइजीरिया का बंदी दिल्ली में रहता था।
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गाजियाबाद में फिर धांय-धांय, एनकाउंटर में पुलिस ने दो सुपारी किलर को गोली मारकर किया पस्त अचानक तबीयत खराब होने पर कराया था भर्ती जेल में उसकी अचानक तबीयत खराब हो गई। बंदी की तबीयत खराब होने पर बिना देर किए अलीगढ़ जेल प्रशासन के द्वारा उपचार के लिए अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में दाखिल कराया गया था। जहां एचआईवी संक्रमित सहित कई अन्य बीमारियों के चलते उपचार के दौरान नाइजीरिया बंदी की जेएन मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार की देर रात मौत हो गई।
जेल प्रशासन में मचा हड़कंप मेडिकल कॉलेज में नाइजीरिया बंदी की मौत की खबर पाकर जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जेल प्रशासन को नाइजीरिया बंदी की मौत की सूचना मिलते ही आनन-फानन में जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा सहित अधिकारी जवाहरलाल नेहरू मेडिकल पहुंच गए। मौके पर पहुंचे जेल प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि नाइजीरियन मूल के बंदी की मौत के बाद उसके शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड के द्वारा कराया जाएगा। दूतावास को भी उपचार के दौरान हुई उसकी मौत की खबर पहुंचा दी गई है।