एएमयू को आरएसएस के बारे में कुछ पता नहीं आरएसएस को समझाने के लिए मुस्लिम यूथ एसोसिएशन के अध्यक्ष आमिर रशीद ने एएमयू कैम्पस में शाखा लगाने की अनुमति मांगी है। संघ विचारक आमिर राशिद ने कहा कि आए दिन एएमयू में छात्र नेता व प्रोफेसर लोग राष्ट्र विरोधी ताकतों के कहने पर आरएसएस के खिलाफ बयानबाजी करते हैं। एएमयू कैम्पस में आरएसएस की गतिविधियों के बारे में कुछ पता नहीं है। एएमयू कुलपति से आरएसएस की शाखा लगाने की अनुमति मांगी है, जिससे एएमयू के छात्र और शिक्षक आए और संघ की शाखाओं में होता क्या है, इस बारे में जानकारी करें। अभी कुछ दिनों पहले एएमयू के छात्रसंघ अध्यक्ष मशकूर का बयान था कि आरएसएस की शाखा में आतंकी पलते हैं। इस भ्रम को दूर करने के लिए एएमयू कैंपस में शाखा लगाना चाहते हैं। छात्रों को पता चले कि शाखा में राष्ट्र भक्तों का निर्माण होता है। आमिर ने कहा कि अगर शाखा लगाने की अनुमति नहीं मिलती है तो कैंपस के आसपास आरएसएस की शाखा लगाएंगे।
एएमयू के 1200 छात्र शाखा में आने को तैयार आमिर ने कहा कि आज की तारीख में संघ के विचारों को जानने के लिए छात्र चाहते हैं कि एएमयू की शाखा लगे। आमिर ने बताया कि करीब 1200 छात्र ऐसे हैं, जो शाखा में आने को तैयार है। आमिर ने कहा कि संघ कोई राजनीतिक संगठन नहीं है। समाजसेवा और देश को समर्पित एक सामाजिक संगठन है। संगठन के जरिए समाज सेवा का काम किया जाता है, जिससे देश को फायदा हो। उन्होंने बताया कि आरएसएस कोई राजनीतिक दल नहीं है, ना ही कोई राजनीतिक ताकत है कि एएमयू को अखाड़ा बनाया जाए। आरएसएस के नेता चाहते हैं कि एएमयू में शाखा लगे। आमिर ने कहा कि संघ बिना धार्मिक भेदभाव के काम करता है। अगर यहां कुलपति परमीशन नहीं देते हैं तो हम कैम्पस के आसपास शाखा लगाएंगे और शाखा का नाम महान क्रांतिकारी पीर अली खान रखेंगे। एएमयू कुलपति से मिलने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन अभी वह मिलने को तैयार नहीं है।
आरएसएस की शाखाओं में चरित्र निर्माण आमिर ने बताया कि एएमयू के कुछ प्रोफेसर हमारे साथ हैं। वह हमारी विचारधारा को समझ चुके हैं और लेकिन खुलकर साथ आने को तैयार नहीं है। इसमें अभी वक्त लगेगा। इसके साथ ही अभी कुलपति को पत्र दिया है और इसके बाद एमएचआरडी मिनिस्टर को भी खत लिखेंगे। एएमयू मे शाखा की शुरूआत कराने के लिए हर कोशिश की जाएगी। आमिर ने बताया कि आरएसएस की शाखाओं में चरित्र निर्माण का काम होता है, राष्ट्रभक्तों के निर्माण का काम किया जाता है, लेकिन एएमयू के लोग आरएसएस की कार्यप्रणाली से अनभिज्ञ है और यहां विपरीत सोच वाले हैं। अगर शाखा लगेगी तो वह देखेंगे कि शाखा में क्या होता है?
आरएसएस को चीटीं रेगने भर की जगह नहीं देंगे एएमयू छात्रसंघ अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी ने कहा है कि एएमयू एक शैक्षिक संस्थान है और पढ़ने लिखने का इदारा है। यहां किसी भी विचारधारा को जो देश को तोड़ने का काम करती है , देश को बांटने का काम करती है उसको पनपने नहीं देंगे। उसके लिए एक इंच जमीन और चींटी रेंगने तक की जगह नहीं देंगे, क्योंकि ऐसी विचारधारा से यूनिवर्सिटी बर्बाद होगी।
ईंट से ईंट बजा देंगे उन्होंने कहा कि आरएसएस के लोग देश को तोड़ने का काम किया है, 1920 में यह लोग गांधी के खिलाफ थे और इस तरह की विचारधारा के लोगों ने गांधी का कत्ल किया था, यह गोडसे के विचारधारा के लोग हैं। यह दलितों पर और माइनॉरिटीज पर अत्याचार करते हैं। ऐसी किसी भी विचारधारा को विश्वविद्यालय में पनपने नहीं देंगे। छात्रसंघ अध्यक्ष ने कहा कि इसके लिए ईट से ईट बजा देंगे और हर एक छात्र आरएसएस के खिलाफ खड़ा है। छात्रों का प्रतिनिधित्व करते हुए इसका विरोध करेंगे और उसके खिलाफ खड़े होंगे।
कुलपति अपने घर में लगवाएं शाखा एएमयू विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी ने कहा कि देश को मुद्दों से भटकाया जा रहा है। कभी लव जिहाद के नाम पर, कभी गोरक्षा के नाम पर कभी अखलाक के रूप में, कभी जुनैद के रुप में, यह देश को किस तरफ ले जा रहे हैं, यह समझने की जरूरत है। इस यूनिवर्सिटी में पढ़े लिखे लोग हैं और यहां पर ऐसी विचारधारा को पनपने नहीं दिया जाएगा। छात्रसंघ अध्यक्ष ने कहा कि अगर कुलपति दबाव में आते हैं और कोई स्टेप उठाते हैं तो उनकी कुर्सी हिला दी जाएगी और वाइस चांसलर को उखाड़ के फेंक दिया जाएगा। यहां ऐसी विचारधारा को पनपने नहीं दिया जाएगा, जो देश को तोड़ने का काम करते हैं । अगर वाइस चांसलर प्रेशर मानते हैं तो अपने घर में आरएसएस की शाखा लगवा लें।