आदिवासी रावत समुदाय ने स्थापित की कुलदेवी की प्रतिमा
माताजी का महास्नान, स्थापना विधि और प्राण प्रतिष्ठा हुई
आदिवासी रावत समुदाय ने स्थापित की कुलदेवी की प्रतिमा
आलीराजपुर. ग्राम रामसिंह की चौकी में उंडवा फाटे के समीप आदिवासी रावत जनसमुदाय की कुलदेवी चंडी मां की मूर्ति स्थापना धूमधाम से की गई। सुबह माताजी का महास्नान कार्यक्रम हुआ। इसके पश्चात दोपहर को स्थापना विधि और प्राण प्रतिष्ठा की गई। दोपहर में विशाल भंडारा आयोजित किया गया, जिसमें 5 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की। इस संबंध में रावत जनसमुदाय के पदाधिकारियों ने बताया, गुरुवार को माताजी का महास्नान, स्थापना विधि और प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम सुबह 7.00 बजे से शुरू हुआ। इसके बाद दोपहर में यज्ञ की पूर्णाहुति पर माताजी की महाआरती और महाप्रसादी हुई, जिसमें झाबुआ, धार, बड़वानी, खरगोन सहित राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से भी समुदाय के लोग शामिल हुए। इससे पहले बुधवार सुबह यज्ञ और शाम को महाआरती हुई और मंगलवार को ग्राम रामसिंह की चौकी में कलेक्टर कार्यालय के पीछे स्थित पुराने मंदिर से कलश यात्रा निकालकर नए मंदिर पर मंडप पूजन एवं माताजी का जलाधिवास और आरती उतारी गई थी। मूर्ति स्थापना कार्यक्रम के दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेश पटेल, विधायक मुकेश पटेल परिवार ने समाज के सभी पुरुषों का साफा बांधकर विशेष सम्मान किया। इसके बाद यज्ञ की पूर्णाहुति कर महाआरती उतारी गई और समाजजन ने ढोल-मांदल की थाप पर जमकर नृत्य किया।
रामसिंह की चौकी में हुई थी कुल की स्थापना: पदाधिकारियों ने बताया, आदिवासी समाज में रावत जनसमुदाय की मां कुलदेवी माताजी को उनके पूर्वज राजस्थान से लाकर मप्र के आलीराजपुर जिले के ग्राम रामसिंह की चौकी में आकर बस गए। यहीं पर रावत समुदाय के लोगों ने अपनी कुलदेवी मां चंडीदेवी की स्थापना की थी, जिसके बाद से समुदाय के लोग अखाती का त्योहार मेले के रूप में मनाते आए हैं। उन्होंने बताया, आलीराजपुर, झाबुआ, धार, बड़वानी, खरगोन सहित राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से समुदाय के लोग प्रतिवर्ष ग्राम रामसिंह की चौकी में एकत्रित होकर अपनी परिवार की सुख-शांति और समृद्धि के लिए पूजा-अर्चना कर समाज के उत्थान के लिए कार्ययोजना तैयार करते थे। माताजी की मूर्ति स्थापना कार्यक्रम में रतनसिंह रावत, डुंगरसिंह रावत, अजमेर रावत, लोंगसिंह रावत, विरेंद्र रावत,शरबत रावत, मुकेश रावत, नगर पालिका अध्यक्ष सेना पटेल सहित बड़ी संख्या में आदिवासी समाजजन शामिल थे।