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इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पुष्पेंद्र यादव के फर्जी एनकाउंटर मामले में पुलिस पर मुकदमा दर्ज करने का दिया आदेश

locationप्रयागराजPublished: Sep 13, 2022 06:11:38 pm

Submitted by:

Sumit Yadav

चर्चित पुष्पेन्द्र यादव फर्जी मुठभेड़ मामले में मंगलवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। इस फर्जी मुठभेड़ के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ अब केस दर्ज किया जाएगा। यह आदेश जस्टिस सुनीत कुमार और जस्टिस सैयद वैज मियां की खंडपीठ ने उक्त पुष्पेन्द्र के परिवारीजन की याचिका पर यह फैसला सुनाया है।

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पुष्पेंद्र यादव के फर्जी एनकाउंटर मामले में पुलिस पर मुकदमा दर्ज करने का दिया आदेश

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पुष्पेंद्र यादव के फर्जी एनकाउंटर मामले में पुलिस पर मुकदमा दर्ज करने का दिया आदेश

प्रयागराज: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पुष्पेंद्र यादव के फर्जी एनकाउंटर मामले में सख्त रुख अपनाते हुए दोषी पुलिस पर केस दर्ज करने का आदेश दिया है। झांसी के चर्चित पुष्पेन्द्र यादव फर्जी मुठभेड़ मामले में मंगलवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। इस फर्जी मुठभेड़ के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ अब केस दर्ज किया जाएगा। यह आदेश जस्टिस सुनीत कुमार और जस्टिस सैयद वैज मियां की खंडपीठ ने उक्त पुष्पेन्द्र के परिवारीजन की याचिका पर यह फैसला सुनाया है। अब अगली सुनवाई 29 सितम्बर को होगी।
कई आरोपी पुलिसकर्मियों पर दर्ज होंगे केस

मामले में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि झांसी के मोंठ थाना पुलिस की मुठभेड़ के समय तैनात कई पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज होगी। पुष्पेन्द्र की पत्नी शिवांगी यादव ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की। जिस पर कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है। झांसी के मोंठ थाना क्षेत्र में अक्टूबर 2019 में पुलिस ने पुष्पेन्द्र यादव का एनकाउंटर किया था।
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फर्जी मुठभेड़ को हुआ था हंगामा

2019 में हुए पुष्पेन्द्र यादव के फर्जी एनकाउंटर को लेकर काफी हंगामा भी हुआ था। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भी इस मुठभेड़ को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार को घेरा था। पुष्पेन्द्र यादव झांसी के करगुआं गांव का निवासी था। पुष्पेन्द्र यादव के पिता सीआईएसएफ में थे। पिता की आंखों की रोशनी जाने के बाद पुष्पेन्द्र को नौकरी मिली थी। नौकरी के अलावा पुष्पेंद्र के पास दो ट्रक थी। वह नौकरी के साथ ही ट्रक से सीमेंट, बालू की ढुलाई का बिजनेस करता था। दिल्ली मेट्रो में काम करने वाले पुष्पेन्द्र यादव के भाई ने मुठभेड़ को फर्जी बताकर पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया था। जिसकी सुनवाई इलाहाबाद हाईकोर्ट में हुई।

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