7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

महंत नरेंद्र गिरि की मौत के दिन बंद थे मठ के कैमरे, 7 दिनों की रिमांड पर आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी

Baghambari Math cameras closed on day of Mahant Narendra Giri Death- बाघंबरी मठ के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में नया खुलासा हुआ है। महंत की रहस्यमयी मौत का पता लगाने का एकमात्र तरीका सीसीटीवी कैमरे घटना वाले दिन बंद पड़े थे।

2 min read
Google source verification
Baghambari Math cameras closed on day of Mahant Narendra Giri Death

Baghambari Math cameras closed on day of Mahant Narendra Giri Death

प्रयागराज. Baghambari Math cameras closed on day of Mahant Narendra Giri Death. बाघंबरी मठ के अध्यक्ष दिवंगत महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में जेल में बंद तीनों आरोपियों की सात दिन कि रिमांड की मंजूरी दे दी है। इसके तहत सीबीआई की टीम 28 सितंबर सुबह 9 बजे से 4 सितंबर शाम 6 बजे तक आनंद गिरी, आद्या प्रसाद तिवारी और संदीप तिवारी से पूछताछ करेगी। फिलहाल तीनों आरोपी 14 दिनों की ज्यूडिशियल कस्टडी में नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं। इस दौरान न्यायालय ने कहा कि रिमांड लेने के बाद किसी भी तरह से थर्ड डिग्री का इस्तेमाल न किया जाए। जेल से रिमांड लेने व वापस ले जाने के पहले तीनों का मेडिकल चेकअप कराया जाएगा। मेडिकल चेकअप और उसकी रिपोर्ट भी जरूरी है।

इससे पहले रविवार सुबह 11 बजे से देर रात तक सीबीआई ने अल्लापुर स्थित मठ बाघंबरी गद्दी में छानबीन की। करीब 13 घंटे यह जांच चली। इस दौरान जिस कमरे में महंत नरेंद्र गिरि ने कथित रूप से सुसाइड किया था, उसमें क्राइम सीन का री-क्रिएशन किया। सीबीआई टीम ने नरेंद्र गिरि द्वारा सुसाइड नोट में मठ का उत्तराधिकारी बनाए गए महंत बलवीर गिरि, लेटे हनुमान मंदिर की व्यवस्था देख रहे अमर गिरि, सेवादार बबलू, सुमित और धनंजय समेत मठ में काम करने वाले कुल 13 लोगों से पूछताछ की। कमरे का ताला खुलवाकर महंत के कमरे की एक-एक चीज और कागजों की पड़ताल की। सीबीआई ने महंत की कुछ डायरियों और कागजातों को अपने कब्जे में लिया है।

महंत नरेंद्र गिरि की मौत के दिन बंद थे बाघंबरी मठ के कैमरे

महंत की मौत के मामले में नया खुलासा हुआ है। महंत की रहस्यमयी मौत का पता लगाने का एकमात्र तरीका सीसीटीवी कैमरे घटना वाले दिन बंद पड़े थे। ऐसे में अपने पहली मंजिल के विश्राम कक्ष से उस प्रतीक्षालय तक महंत कब और कैसे पहुंचे? क्या उस कमरे में पहले से कोई मौजूद था? या फिर उनके आने के बाद कोई वहां दाखिल हुआ? ऐसे सवालों के जवाब ढूंढ पाना जांच कमेटी के लिए मुश्किल हो गया है। हालांकि, कैमरों के अचानक बंद होने के पीछे मठ के साधु संतों ने बिजली का चला जाना बताया है। इन कैमरों से जुड़ी एक डीवीआर मशीन कुछ दिन पहले ही खराब हो गई थी। उस दिन बख्शी बांध उपकेंद्र से जुड़े एसपी मालवीय फीडर पर 12:16 से 12:58 बजे तक कुल 42 मिनट तक बिजली आपूर्ति ठप थी।

घटना वाले दिन 15 कैमरे बंद

घटना वाले दिन 15 कैमरे बंद थे, जबकि मठ में कुल 43 कैमरे हैं। महंत के आराम कक्ष से बाहर आने के बाद भूतल पर जहां शव मिला था उस कक्ष से लेकर मठ के मुख्य प्रवेश द्वार तक का बड़ा हिस्सा रिकॉर्ड करते थे। ये सभी कैमरे क्लाउड-9 कंपनी के थे और इनका मॉनीटर कंट्रोल महंत के निजी कक्ष में लगा है। सीबीआई ने इसे सील कर दिया है। लेकिन, इन कैमरों से जुड़ी डीवीआर मशीन, जिसमें खराबी की बात कही गई है, वह महंत के कक्ष के बाहर लगाई गई थी। घटना के बाद आनन-फानन बाहर भी निकाल दी गई।

ये भी पढ़ें: Mahant Narendra Giri Death: सीबीआई ने गिरफ्तार तीनों आरोपियों की मांगी 10 दिनों की कस्टडी रिमांड

ये भी पढ़ें: महंत नरेंद्र गिरि की मौत पर स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा, आईजी पांच बिस्वा जमीन का बनाते थे दबाव