
UP Assembly Elections 2022: राजा भैया के खिलाफ कुंडा से समाजवादी पार्टी के बाद बीजेपी ने घोषित की प्रत्याशी,भाजपा से सिंधुजा मिश्रा और सपा से गुलशन यादव से होगी राजा की टक्कर
प्रयागराज: विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी पुराने चेहरों पर ज्यादा भरोसा जाता रही है। भाजपा ने प्रतापगढ़ के चार विधानसभा क्षेत्र में उम्मीदवार का टिकट फाइनल कर दिया है। पार्टी ने पट्टी से कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह, रामपुर खास से नागेश प्रताप सिंह, कुंडा से सिंधुजा मिश्रा व बाबागंज सुरक्षित सीट केशव पासी को मैदान में उतार दिया है। चारों सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा करने के बाद ही फिर से कुंडा सीट चर्चा में आ गई है। एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी ने यादव को टिकट दिया तो वहीं भाजपा ने ब्राह्मण को टिकट देकर राजा भैया की मुश्किलें बढ़ा दी है। कुंडा विधानसभा सीट से भाजपा, जनसत्ता दल और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों में कड़ी टक्कर है।
कौन है सिंधुजा मिश्रा जो राजा को देगी टक्कर
लंबे समय से बहुजन समाजवादी पार्टी में रहने के बाद भाजपा में शामिल हुए नेता शिवप्रकाश मिश्र सेनानी की पत्नी सिंधुजा मिश्रा को भाजपा ने कुंडा विधानसभा से राजा भैया के खिलाफ मैदान में उतारा है। वर्ष 2008-09 में बसपा सरकार ने सिंधुजा मिश्रा को जिला सहकारी बैंक का अध्यक्ष नियुक्त किया था। इसके बाद 2012 में बसपा ने विश्वनाथ गंज विधानसभा सीट से टिकट दिया था लेकिन असफलता मिली थी। इसके बाद 2014 में फिर से हो रहे उपचुनाव में भी प्रत्याशी बनाया लेकिन हार का सामना करना पड़ा। अब 2022 में भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा ने कुंडा विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। सिंधुजा की टक्कर समाजवादी पार्टी के साथ ही राजा भैया सर होगी।
जाने मोती सिंह का राजनीति इतिहास
भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री मोती सिंह को पट्टी विधानसभा सीट पर फिर से बीजेपी ने प्रत्याशी घोषित कर दी है। मोती सिंह का इस विधानसभा सीट से कई बार चुनाव जीते और विधायक बन चूंके हैं। मोती सिंह ने 1996 में पहली बार चुनाव लड़े और विधायक बने थे। इसके बाद 2002 में भाजपा से विधायक बने और 2003 में भाजपा ने कृषि मंत्री बनाया था। 2007 में तीसरी बार चुनाव जीते। उसके बाद 2012 में हार का सामना करना पड़ा था फिर 2017 में पुनः विधायक बने और भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री रहे।
जाने कौन है केशव पासी
बाबागंज विधानसभा सीट प्रतापगढ़ की चर्चा वाली सीट है। जिस तरह से कुंडा सीट पर प्रदेश की नजर रहती है उसी तरह इस सीट पर भी नजर टिकी रहती है। बाबागंज विधानसभा सीट से भाजपा ने केशव पासी पर भरोसा जताया है। केशव पासी इसके पहले बसपा से 2007 में चुनाव लड़े थे, लेकिन हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद वह 2012 में साइकिल में सवार हो गए और फिर से हार गए। 2017 में वह चुनाव नहीं लड़े थे। इसके बाद वह भाजपा सरकार बनी तो वह बीजेपी में शामिल हुए। अब 2022 में भाजपा ने बाबागंज विधानसभा से प्रत्याशी घोषित कर दी है।
नागेश प्रताप सिंह का राजनीतिक इतिहास
भाजपा के प्रत्याशी नागेश प्रताप सिंह रामपुर खास सीट से मैदान में खुद गए हैं। भारतीय जनता पार्टी ने दूसरी बार भरोसा जताया है। 2014 में रामपुर खास विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में नागेश प्रताप सिंह निर्दलीय चुनाव लड़े थे। इसके बाद भाजपा की सदस्यता ले ली थी। 2017 में भाजपा ने उसी विधानसभा सीट पर प्रत्याशी बनाया था लेकिन वह हार गए थे। अब 2022 में पार्टी ने फिर से उम्मीदवार बनाया है।
Published on:
29 Jan 2022 05:09 pm
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