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खतरे के निशान से महज एक सेंटीमीटर नीचे बह रही गंगा-यमुना, बाढ़ के पानी से घिरे100 गांव, अलर्ट जारी

गुरुवार की सुबह से ही दोनों नदियों में पानी की बढ़ोत्तरी शुरू है। 24 अगस्त रात 8 बजे तक दोनों नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी आई है। गंगा का जलस्तर 83.08 मीटर व यमुना जा जलस्तर 83.10 मीटर रिकॉर्ड किया गया है। जिले में खतरे का निशान 84.73 मीटर पर हैं। अगर इसी रफ्तार से दोनों नदिया बढ़ती रही तो खतरे का निशान पर कर जाएंगी। अभी भी दोनों नदिया खतरे के निशान से 1 सेंटीमीटर नीचे बह रही हैं।

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खतरे के निशान से महज एक सेंटीमीटर नीचे बह रही गंगा-यमुना, बाढ़ के पानी से घिरे100 गांव, अलर्ट जारी

खतरे के निशान से महज एक सेंटीमीटर नीचे बह रही गंगा-यमुना, बाढ़ के पानी से घिरे100 गांव, अलर्ट जारी,खतरे के निशान से महज एक सेंटीमीटर नीचे बह रही गंगा-यमुना, बाढ़ के पानी से घिरे100 गांव, अलर्ट जारी,खतरे के निशान से महज एक सेंटीमीटर नीचे बह रही गंगा-यमुना, बाढ़ के पानी से घिरे100 गांव, अलर्ट जारी

प्रयागराज: गुरुवार की सुबह से ही गंगा-यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। मध्य प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली से आ रहे पानी से यमुना उफान पर है। ऐसे में दोनों नदिया दोपहर तक खतरे का निशान पार कर सकती हैं। गंगा-यमुना में जलस्तर बढ़ने से प्रयागराज चारों तरफ से बाढ़ के पानी से घिर गया है। जिसकी वजह से दो दर्जनों से अधिक गांवों का संपर्क टूट गया है और 100 से अधिक गांव बाढ़ के चपेट से घिर गए हैं। आवागमन करने के लिए गांव के वाले लोग नाव का सहारा लेने पर मजबूर हैं। इसके अलावा शहरी इलाकों में पानी घुसने से परिवार बाढ़ शिविर में ठिकाना बना लिया है। इसके साथ ही बाढ़ की स्थिति देखते हुए जिला प्रशासन ने 98 बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया है और 15 राहत शिविर को सक्रिय किया है। इसके अलावा बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में अलर्ट जारी करते हुए एनडीआरएफ के जवानों की तैनाती कर दी गई है।

जाने गंगा-यमुना का जलस्तर

प्रयागराज में गंगा-यमुना के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। गुरुवार की सुबह से ही दोनों नदियों में पानी की बढ़ोत्तरी शुरू है। 24 अगस्त रात 8 बजे तक दोनों नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी आई है। गंगा का जलस्तर 83.08 मीटर व यमुना जा जलस्तर 83.10 मीटर रिकॉर्ड किया गया है। जिले में खतरे का निशान 84.73 मीटर पर हैं। अगर इसी रफ्तार से दोनों नदिया बढ़ती रही तो खतरे का निशान पर कर जाएंगी। अभी भी दोनों नदिया खतरे के निशान से 1 सेंटीमीटर नीचे बह रही हैं।

इन जगहों से आ रहा है गंगा-यमुना में पानी

प्रयागराज जिलाधिकारी संजय खत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार की सुबह से छोटे गए पानी का असर प्रयागराज की दोनों नदियों में दिखने लगा है। केन नदी से 3.5 लाख क्यूसेक, बेतवा से चार लाख क्युसेट, चंबल नदी का पानी धौलपुर बांध से 9 लाख क्यूसेट पानी, हथनीकुंड बैराज बांध से 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इस वजह गंगा-यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने की रफ्तार तेज हो गई है। इसके अलावा उत्तरखंड में हो रही बारिश की वजह से हरिद्वार व कानुपर बैराज व नरोरा बांध से 6 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।

खतरे का निशान पार कर जाएंगी दोनों नदिया

जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी करते हुए संभावना जताया है कि देर शाम तक दोनों नदिया खतरे का निशान पार कर जाएंगी। तटीय क्षेत्रों में व्यवस्था बनाई जा रही है। बाढ़ क्षेत्रों में फसे लोगों को राहत शिविर लाया जा रहा है।

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बारिश होने पर हालात होंगे बेकाबू

प्रयागराज में बाढ़ आने से कछारी इलाको में पानी पहुंच गया है। गांवों में आवागमन करने वाले रास्ते गए हैं और आवागमन बाधित हो गया है। बाजार जाने के लिए ग्रामीणों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। बाढ़ नियंत्रण खंड के अनुसार अगर प्रयागराज में बारिश हुई तो स्थिति और भयानक होगी।