सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार और दिव्य दरबार लगाने के लिए प्रयागराज आने वाले धीरेंद्र शास्त्री के बैठने के लिए तख्त तैयार करने वाले व्यक्ति का नाम मोहम्मद रहमान है।
सनातन धर्म का झंडा बुलंद करने वाले, हिंदुओं को एकजुट करने वाले और घर वापसी कराने वाले बागेश्वर धाम के बाबा पंडित धीरेंद्र शास्त्री आज प्रयागराज जिले के मेजा तहसील पड़ने वाले कुंवर पट्टी गांव में आ रहे हैं।
वो आज दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक अपना दरबार लगाएंगे। उनसे मिलने और दरबार में शामिल होने के लिए कोई राजस्थान के नागौर जिले से आया है तो कोई झारखंड के रांची से।
पत्रिका की टीम जब कल तैयारियों को अंतिम रूप दिए जा रहे पंडाल को रिपोर्ट करने पहुंची तो स्टेज पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री के लिए तख्त और बालाजी के मूर्ति रखने के लिए लकड़ी का टेबल तैयार करने वाले वर्कर से बातचीत करनी शुरू की।
बातचीत के दौरान उन्होंने अपना नाम मोहम्मद रहमान बताया। यानी सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार और दिव्य दरबार लगाने के लिए प्रयागराज आने वाले धीरेंद्र शास्त्री के बैठने के लिए तख्त तैयार करने वाले व्यक्ति का नाम मोहम्मद रहमान है। रहमान उसी मुस्लिम धर्म से हैं जहां से पंडित धीरेन्द्र शास्त्री घर वापसी कराने की बात करते हैं।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने दिव्य दरबार को लेकर सुर्खियों में हैं। महज 26 वर्ष की उम्र में नाम और शोहरत की बुलंदियों को छूने वाले धीरेंद्र शास्त्री कथित चमत्कार को लेकर चर्चा का विषय बने हुए हैं।
बड़ी तादाद में लोग उनको मानते हैं, सराहते हैं। हालांकि, एक तबका उनकी तीखी आलोचना भी करता है। आलोचकों का कहना है कि इस तरह के चमत्कार जादूगर करते हैं बाबा नहीं।
दादा विद्वान थे, निर्मोही अखाड़े से जुड़े थे
अपने दादा जी की तरह छतरपुर के गांव गड़ा में बालाजी हनुमान मंदिर के पास दिव्य दरबार लगाते हैं। उनके दादा जी एक विद्वान थे और निर्मोही अखाड़े से जुड़े थे। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के फैंस उनके दरबार के वीडियो सोशल मीडिया में पोस्ट कर रहे हैं। उनके दर्शन के लिए भक्तों की भरी संख्या में भीड़ लगती है।
सोशल मीडिया ने बागेश्वर धाम वाले बाबा को घर-घर तक पहुंचाया
बागेश्वर धाम के बाबा के दर्शन के लिए प्रयागराज आए भक्तों से बातचीत के दौरान करीब 80% से लेकर 90% तक लोगों ने कहा कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री के बारे में उनको सबसे पहले सोशल मीडिया से ही पता चला।