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Magh Mela 2026: माघ मेले में जाने से पहले जरूर जान लें ये बात, वरना हो जाएंगे परेशान

प्रयागराज में माघ मेला 2026 का आयोजन 3 जनवरी से 15 फरवरी तक होगा। 44 दिनों तक चलने वाले इस मेले में लाखों श्रद्धालु शामिल होंगे। प्रशासन ने कलर कोडेड रास्ते, स्पेशल ट्रेनें, 3800 बसें, 43 पार्किंग स्थल और QR कोड आधारित लोकेशन सुविधा जैसी कई नई व्यवस्थाएं की हैं।

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Magh Mela Prayagraj 2026

QR कोड से मिलेगी लोकेशन Source- Patrika

Magh Mela 2026: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माघ मेला 2026 का आयोजन होने जा रहा है। माघ मेला 3 जनवरी 2026 से शुरू होकर 15 फरवरी 2026 तक चलेगा। कुल 44 दिनों तक चलने वाले इस मेले में लाखों लोग शामिल होंगे। इस दौरान कई महत्वपूर्ण स्नान की तिथियां होंगी, जैसे मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी। लोगों की सुविधा के लिए प्रशासन ने कई नई व्यवस्थाएं की हैं। लोगों की सुविधाओं के लिए शहर में आने वाले मुख्य रास्तों को अलग-अलग रंगों से चिह्नित किया जाएगा। इससे हर रास्ते की आसानी से पहचान हो सकेगी और जाम की समस्या कम होगी।

रेलवे चलाएगा स्पेशल ट्रेन

रेलवे की ओर से देश के विभिन्न हिस्सों से स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी, ताकि यात्रियों को आने-जाने में आसानी हो। स्नान के दिनों में भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे पहली बार कलर कोडेड टिकटिंग शुरू कर रहा है। टिकट के रंग से यात्री का रास्ता पता चलेगा। इसी रंग के अनुसार उन्हें होल्डिंग एरिया में रोका जाएगा और सही ट्रेन पर भेजा जाएगा। इससे प्लेटफॉर्म पर एक साथ ज्यादा भीड़ नहीं होगी और यात्रियों को परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी।

मेले में लोगों को रास्ता दिखाने के लिए 5200 से ज्यादा साइनेज बोर्ड लगाए जाएंगे। इन्हें सात हिस्सों में बांटकर जगह-जगह लगाया जाएगा, जैसे रास्ते बदलने के प्वाइंट, जिले की सीमा, पार्किंग जगह, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, चौराहे और मेला क्षेत्र की बॉर्डर पर। परिवहन के लिए उत्तर प्रदेश रोडवेज 3800 बसें चलाएगा। पहले हर साल 2800 बसें चलती थीं, लेकिन इस बार ज्यादा बसें होंगी ताकि लोगों को अच्छी सुविधा मिले। सड़क से आने वाले लोगों के लिए कुल 43 पार्किंग जगहें बनाई गई हैं। इन पार्किंग को पहचानने के लिए अलग-अलग जानवरों और पक्षियों के चित्र लगाए जा रहे हैं। इससे पार्किंग ढूंढना आसान हो जाएगा।

माघ मेले में पहली बार नई सुविधा

इस बार मेला क्षेत्र में बिजली के हर खंभे पर QR कोड और यूनिक नंबर लगाया जाएगा। कोई व्यक्ति अगर रास्ता भटक जाए या अपनी जगह पता करना चाहे, तो मोबाइल से QR कोड स्कैन करेगा। इससे तुरंत सही लोकेशन मिल जाएगी। यह नई सुविधा पहली बार शुरू हो रही है, जो लोगों के लिए बहुत मददगार साबित होगी।