
राजस्थान के सबसे ज्यादा अपराधों वाले पुलिस जिले भिवाड़ी के SP का इंटरव्यू, अपराध और पपला गुर्जर पर दिया यह बयान
अलवर. अलवर जिले का उत्तरी हिस्सा भिवाड़ी पुलिस जिला अपराध की दृष्टि से अति संवेदनशील है। साथ ही भिवाड़ी की सीमा से लगते हरियाणा के चारों भी अति संवेदनशील हैं। ऐसे में भिवाड़ी पुलिस जिले में अपराधों की रोकथाम करना बेहद चुनौती भरा है। भिवाड़ी पुलिस जिले के कप्तान राममूर्ति जोशी भी मानते हैं कि भिवाड़ी पुलिस जिले में पुलिस के सामने काफी चुनौतियां हैं, लेकिन वह इन सीमित संसाधनों में बेहतर पुलिसिंग का दम भी भरते हैं।
भिवाड़ी एसपी से सवाल-जवाब
सवाल : अलवर में अपराधों की रोकथाम के लिए भिवाड़ी पुलिस जिला बनाया गया। क्या अपराधों में कमी आई है?
जवाब : देखिए, बहुत सारे अपराध ऐसे होते हैं जिन्हें घटित होने से रोका जा सकता है और बहुत से अपराधों को नहीं रोका जा सकता है। अपराध का बहुत बड़ा हिस्सा ऐसा होता है जिसकी रोकथाम नहीं हो सकती है, लेकिन महत्वपूर्ण यह है कि अपराध घटित होने के बाद पुलिस का रेस्पोंस कैसा रहा। भिवाड़ी जिले में प्राथमिकता यह है कि तुरंत प्रकरण दर्ज कर अपराध के खुलासे के लिए प्रयास किए जाएं।
सवाल : भिवाड़ी पुलिस जिले को बने एक साल हो चुका है। क्या संवेदनशीलता के अनुसार संसाधन जुटाए गए हैं?
जवाब : भिवाड़ी नवनिर्मित पुलिस जिला है। यहां पुलिस के मानव संसाधन ही नहीं भौतिक संसाधन जुटाए जा रहे हैं। इसके लिए सरकार पूरा सहयोग कर रही है। किसी भी नए पुलिस जिले को अपने पूर्णरूप में आने में वक्त लगता है।
सवाल : जिले में अभी पुलिस संसाधन और अपराध की क्या स्थिति है?
जवाब : भिवाड़ी पुलिस जिले की स्वीकृत नफरी 1600 करीब है। वर्तमान में यहां करीब 350 सरकार सहयोग कर रही है। एक साल जिले को बना हुए हुआ है। पूर्णरूप आने में वक्त लगता है।
सवाल : भिवाड़ी जिला पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती क्या है?
जवाब : भिवाड़ी अति संवेदनशील जिला है। साथ ही सीमा से चलते हरियाणा के रेवाड़ी, नूंह मेवात, महेन्द्रगढ़ और गुरुग्राम भी अति संवेदनशील क्षेत्र हैं। जो कि भिवाड़ी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है।
सवाल : पड़ोसी राज्य हरियाणा से आने वाले अपराधों की रोकथाम के लिए भिवाड़ी पुलिस के क्या सुरक्षा इंतजाम रहते हैं?
जवाब : हरियाणा के कई अपराधी गिरोह अलवर में सक्रिय रहते हैं। भिवाड़ी जिले में अंतरराज्यीय अपराध की रोकथाम के लिए हरियाणा बॉर्डर पर परमानेंट पुलिस नाके लगाए हुए हैं। रात को अतिरिक्त तौर पर बदल-बदल नाके लगाए जाते हैं। बॉर्डर के कच्चे-पक्के चोर रास्तों पर भी औचक नाके लगाए जाते हैं।
सवाल : बॉर्डर मीटिंग में हर बार राजस्थान और हरियाणा पुलिस के आपसी समन्वय को लेकर चर्चा की जाती है, लेकिन कुख्यात गैंगस्टर पपला गुर्जर अब तक नहीं पकड़ा जा सका है। इसके पीछे क्या समन्वय का अभाव है?
जवाब : प्रतिदिन की पुलिसिंग में भिवाड़ी और हरियाणा के रेवाड़ी, महेन्द्रगढ़, नूंह मेवात और गुरुग्राम पुलिस के बीच ऐसा सहयोग और समन्वय रहता है। पपला गुर्जर को पकडऩा राजस्थान पुलिस के लिए प्राथमिकता है। हो सकता है कि हरियाणा पुलिस के लिए यह प्राथमिकता नहीं हो।
Published on:
23 Sept 2020 10:02 am
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