
अलवर. जिला मुख्यालय स्थित महिला अस्पताल में सोमवार सुबह करीब 6.30 बजे साइकिल स्टैण्ड के पास सडक़ पर ही एक महिला ने बेटे को जन्म दिया। अस्पताल की व्यवस्था से परेशान होकर परिजन उसे वापस लेकर जा रहे थे, उसी दौरान महिला को सडक़ पर प्रसव हो गया। प्रसव के बाद करीब आधे घंटे तक प्रसूता सडक़ पर पड़ी रही, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। बाद में लोगों ने मिलकर महिला व उसके बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया। इतना ही नहीं पास ही खड़ी एक नर्सिंग कर्मी वहां प्रसूता की मदद करने के बजाए तमाशा ही देखती रही।
इस दौरान अस्पताल की अव्यवस्था को लेकर परिजनों ने विरोध भी जताया। रेखा के पिता का कहना था कि यह कोई अस्पताल है। यहा जानवरों जैसा व्यवहार किया जाता है।
स्टाफ देखता रहा
बड़ौदामेव निवासी रेखा (20) पत्नी साहेब को लेबर पेन हुआ। इस पर परिजनों ने उसे सोमवार सुबह करीब 5.40 बजे महिला अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में बेहतर इलाज नहीं मिलने पर परेशान परिजन रेखा को किसी अन्य अस्पताल में लेकर जा रहे थे। उसी दौरान सुबह करीब 6 बजे महिला अस्पताल के बाहर साइकिल स्टैण्ड के पास महिला के प्रसव हो गया। बाद में परिजनों ने महिला को चादर से ढंका। प्रसव के बाद भी महिला करीब आधे घंटे तक वहीं जमीन पर पड़ी रही। घटना की सूचना अस्पताल कर्मियों से सहित आसपास के लोगों को लगी, लेकिन मदद को कोई आगे नहीं आया। अस्पताल स्टाफ घटना को देखता रहा। बाद में परिजनों ने स्ट्रेचर की मद्द से रेखा को महिला अस्पताल में भर्ती कराया। प्रसूता व बच्चा दोनों ठीक है। परिजन दोपहर करीब 12 बजे महिला को अस्पताल से लेकर चले गए।
गाड़ी में हुआ था प्रसव
सोमवार को सुबह 10.30 बजे बोलेरो में एक महिला को प्रसव हुआ। बुर्जा माली बास निवासी काजल सैनी को परिजन जनाना अस्पताल लेकर पहुंचे थे, जैसे ही वे गेट पर पहुंचे, अचानक महिला को प्रसव हो गया। इसके बाद नर्सिंग कर्मियों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। कुछ दिन पहले सरकारी अस्पताल की गैलरी में प्रसव का मामला सामने आया था। इसके अलावा अलवर में भी आए दिन इसी तरह की घटनाएं होती हैं।
Published on:
06 Feb 2018 09:45 am
बड़ी खबरें
View Allअलवर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
