गरवाजी के झरने क गरवाजी के झरने करने लगे कल-कल छल-छल, एनिकट पर चली चादर. देखें मनोरम दृश्य की फोटो गैलेरी….
सिलीसेढ़ क्षेत्र में गुरुवार को झमाझम बरसात के बाद गरवाजी पर्यटन स्थल स्थित झरने में जोरदार पानी की आवक देखने को मिली। रूपारेल नदी में भी एक फीट तक पानी का बहाव होता रहा। बरसात के बाद किसानों के चेहरे खिल गए।
क्षेत्र के रतीराम गुर्जर आदि ने बताया कि सुबह सिलीसेढ़ क्षेत्र में करीब डेड घंटे झमाझम बरसात के बाद नदी में पानी आ गया। गरवाजी धाम पर पहाड़ों से गिरने वाले झरने में भी जोरदार पानी की आवक देखी गई, जिसके कारण आसपास के क्षेत्र में भूजल स्तर भी बढ़ेगा और किसानों को खेती में फायदा होगा। यह पानी सिलीसेढ़ झील में जाने से झील का पानी और बढ़ जाएगा। गत वर्ष भी सिलीसेढ़ झील की उपरा चल गई थी। इस बार भी उम्मीद हैं कि अच्छी बरसात होगी तो जल्दी ही सिलीसेढ़ झील की उपरा चल सकेगी। सिलीसेढ़ झील की भराव क्षमता 29 फीट है।