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जयसमंद बांध के पुनर्जीवन की आस बंधी, भराव क्षेत्र की 128 बीघा भूमि अतिक्रमण से मुक्त कराई

पांच लाख से ज्यादा लोगों की लाइफ लाइन जयसमंद बांध को पुनर्जीवित करने की दिशा में जिला प्रशासन ने पहला कदम उठाया। मंगलवार को बांध के भराव क्षेत्र की सिवायचक भूमि पर अतिक्रमण कर पानी की आवक रोकने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर 128 बीघा से ज्यादा भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया

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जयसमंद बांध के पुनर्जीवन की आस बंधी, भराव क्षेत्र की 128 बीघा भूमि अतिक्रमण से मुक्त कराई

जयसमंद बांध के पुनर्जीवन की आस बंधी, भराव क्षेत्र की 128 बीघा भूमि अतिक्रमण से मुक्त कराई

जयसमंद बांध के पुनर्जीवन की आस बंधी, भराव क्षेत्र की 128 बीघा भूमि अतिक्रमण से मुक्त कराई

- पत्रिका के अभियान के बाद प्रशासन की बड़ी कार्रवाई

- बल्लाना व केसरपुर के 13 खसरों की 32.18 हैक्टेयर भूमि को काश्त से कराया खाली

अलवर. पांच लाख से ज्यादा लोगों की लाइफ लाइन जयसमंद बांध को पुनर्जीवित करने की दिशा में जिला प्रशासन ने पहला कदम उठाया। मंगलवार को बांध के भराव क्षेत्र की सिवायचक भूमि पर अतिक्रमण कर पानी की आवक रोकने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर 128 बीघा से ज्यादा भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया। जयसमंद बाध के पेेटे काश्त की जमीन पर प्रशासन ने पिछले दिनों 241 अतिक्रमण चिह्नित किए थे। प्रशासन ने जयसमंद बांध को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए शुरू किए अभियान के पहले दिन बल्लाना एवं केसरपुर गांवों के 13 खसरों की 32.12 हैक्टेयर भूमि को अतिक्रमियों के चंगुल से मुक्त करा अपना बोर्ड लगा दिया।उल्लेखनीय है कि राजस्थान पत्रिका की ओर से जयसमंद बांध को पुनर्जीवन की दरकार शीर्षक से समाचार अभियान प्रकाशित किया था। अभियान के तहत समाचारों के माध्यम से जयसमंद बांध की अलवर शहर एवं आसपास के गांवों के पांच लाख लोगों के लिए जरूरत, इसके पुनर्जीवन के बीच आ रही बाधाएं, बांध के कैचमेंट एरिया में हुए 241 अतिक्रमणों को जल्द हटाने, नटनी का बांरा से जयसमंद बांध तक पानी लाने के लिए पक्की नहर बनाने, पानी की आवक वाले रास्तों से अतिक्रमण हटाने, जयसमंद बांध को पुनर्जीवित करने में प्रशासन, सरकार, जनप्रतिनिधियों एवं समाजसेवी संस्थाओं की भूमिका को उजागर किया गया। इस पर जिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई कर जयसमंद बांध को पुनर्जीवित करने की दिशा में पहला कदम कैचमेंट एरिया को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए उठाया। पहले दिन प्रशासन, सिंचाई विभाग, राजस्व एवं पुलिस विभाग की बड़ी कार्रवाई में जेसीबी से बांध के पेटे की सिवायचक 128 बीघा भूमि से लोगों की ओर से किए अतिक्रमण को पूरी तरह हटा दिया। अभी बांध के पेटे की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने का अभियान जारी रहेगा। पहले दिन दो गांवों के करीब 13 बड़े अतिक्रमणों को हटाया गया।

जिला कलक्टर ने दिए थे निर्देश

अलवर की लाइफ लाइफ जयसमंद को बचाने के लिए पिछले दिनों जिला कलक्टर जितेन्द्र कुमार सोनी ने अलवर तहसीलदार के नेतृत्व में टीम गठित कर बांध के कैचमेंट एरिया में हुए अतिक्रमणों को चिह्नित करेन के निदेश दिए थे। इस पर तहसीलदार की टीम ने बांध के पेटे काश्त में 241 अतिक्रमण चिह्नित कर रिपोर्ट जिला कलक्टर को सौँपी थी। इस पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की योजना तैयार की गई और मंगलवार से यह अभियान शुरू किया गया। इससे पूर्व जिला कलक्टर ने नटनी का बांरा से जयसमंद बांध तक पानी आवक वाले रास्ते से अतिक्रमण हटवाए थे।

अभी शुरूआत, आगे है कठिन कार्य

जयसंद बांध के पेटे काश्त में 241 अतिक्रमण हैं। इनमें उमरैण में 168, माचड़ी में 50, पलखड़ी में 5, केसरपुर में 16 एवं बल्लाना में 2 अतिक्रमण चिह्नित किए गए हैं। प्रशासन की ओर से पहले दिन बल्लाना एवं केसरपुर के 13 खसरों के करीब 13 बड़े अतिक्रमण हटाए गए हैं। जयसमंद बांध को पुनर्जीवित करने के लिए अभी बड़ी संख्या में अतिक्रमण हटाकर सैंकड़ों बीघा भूमि को अतिक्रमियों के चंगुल से मुक्त कराने का कठिन कार्य शेष है।

बांध के पेटे की जमीन से अतिक्रमण हटायाजिला कलक्टर के निर्देश प जयसमंद बांध के पेटे के जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

संजय खत्रीएक्सइएन, सिंचाई विभाग अलवर