अलवर. रेल मंत्रालय की ओर से देश के 84 रेलवे जंक्शन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाया जाएगा। इस सूची में अलवर जंक्शन भी शामिल है, लेकिन अलवर जंक्शन पर यात्रियों को वर्ल्ड क्लास सुविधाओं के लिए अभी लम्बा इंतजार करना पड़ सकता है। वजह है कि अभी तक अलवर जंक्शन पर इस दिशा में कोई काम शुरू नहीं हो सका है।
- देश के 84 जंक्शन को बनाया जाएगा वर्ल्ड क्लास स्टेशन, जिसमें अलवर भी शामिल
अलवर. रेल मंत्रालय की ओर से देश के 84 रेलवे जंक्शन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाया जाएगा। इस सूची में अलवर जंक्शन भी शामिल है, लेकिन अलवर जंक्शन पर यात्रियों को वर्ल्ड क्लास सुविधाओं के लिए अभी लम्बा इंतजार करना पड़ सकता है। वजह है कि अभी तक अलवर जंक्शन पर इस दिशा में कोई काम शुरू नहीं हो सका है।
वर्ल्ड क्लास सुविधाओं के तहत अलवर जंक्शन पर एस्केलेटर (स्वचालित सीढि़यां) व लिफ्ट लगाए जाएंगे। साथ ही जंक्शन पर यात्रियों के प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग रास्ते बनाए जाएंगे। अलवर जंक्शन की बिल्डिंग को मल्टी स्टोरी बनाया जाएगा और रेलवे लाइन के विस्तार के लिए अधिकारियों के कार्यालय प्रथम व द्वितीय तल पर शिफ्ट किए जाएंगे और ट्रेनों का विस्तार किया जाएगा। इसके अलावा लोगों की सुविधा के लिए अलवर जंक्शन के मेनगेट के सामने से फुट ओवरब्रिज बनाया जाएगा, लेकिन अभी तक इनमें से किसी भी सुविधा को लेकर धरातल पर प्रयास शुरू नहीं हो सके हैं।
एस्केलेटर के टेंडर तक नहीं
जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2022-23 में अलवर जंक्शन की आय करीब 42.27 करोड़ रुपए रही, जो कि जयपुर मंडल में जयपुर, रेवाड़ी और फुलेरा के बाद सर्वाधिक है। अलवर की प्रमुखत: आय दिल्ली और जयपुर रूट से ही है। मथुरा रूट पर तो मात्र एक लंबी दूरी की गाड़ी है और बाकी लोकल गाड़ियां हैं। अलवर जंक्शन पर पिछले वित वर्ष में पार्सल से आय 32 करोड़ 36 लाख 286 रुपए रही। हाल की किशनगढ़ स्टेशन पर 4 एस्केलेटर के टेंडर जारी हुए हैं। जहां की आय अलवर से आधी लगभग 20 करोड़ रही है, लेकिन अभी तक अलवर जंक्शन पर एस्केलेटर के टेंडर जारी नहीं किए गए हैं।