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सोहनपुर स्कूल में पांच कक्षों में से 3 क्षतिग्रस्त, कक्षाएं संचालित 8

बैठने को नहीं पर्याप्त स्थान, शिक्षण कार्य हो रहा प्रभावित -हादसे की भी बनी रहती है संभावना

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मालाखेड़ा. शिक्षा विभाग और सार्वजनिक निर्माण विभाग की उदासीनता सोहनपुर मिडिल स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिए दुर्घटना का कारण बन सकती है। इस विद्यालय में 8 कक्षाओं को बैठने के लिए सुरक्षा की दृष्टि से पर्याप्त जगह नहीं है। यहां हालात ये हैं कि 5 कक्षों में से तीन क्षतिग्रस्त है।कक्षा कक्षों की कमी के चलते प्राथमिक स्तर की कक्षा को अन्य कक्षा के साथ बैठाकर पढाने का प्रयास किया जा रहा है। इन तीन कक्षा कक्ष की छत से भी पानी टपकता है। दीवारों में दरारें हैं। जहां गार्डर लगी हुई है, वहां से भी बारिश का पानी कक्षा कक्ष में टपकता है। हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से अब तीन कक्षा कक्ष के ताला लगा दिया है।

प्रधानाध्यापिका कविता मीणा ने बताया कि विद्यालय में 8 कक्षाएं संचालित हैं, जिनको सुरक्षित बैठने के लिए मात्र पांच कक्षा कक्ष है। तीन कक्षा कक्ष क्षतिग्रस्त हैं। छत से पानी टपकता है। दीवारों में दरार आ गई है, जो बच्चों की सुरक्षा की दृष्टि से सही नहीं होने के कारण उन पर ताला लगाया गया है। प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी बदीपुरा को भी पत्र लिखकर स्कूल की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया गया है। विद्यालय स्तर पर बजट नहीं होने की स्थिति में मरम्मत का कार्य नहीं कराया जा सकता, जबकि मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने मौखिक रूप से मरम्मत करने की सलाह प्रदान की है।................

प्रस्ताव भेजा जाएगा।विद्यालय की ओर से पत्र मिला है। तीन कक्षा कक्ष पुराने हैं, जो उपयोग के लिए योग्य नहीं है। मरम्मत का प्रस्ताव बनाकर प्रदेश मुख्यालय पर शीघ्र ही प्रेषित किए जाएंगे।

मनोज कुमार शर्मा, अतिरिक्त जिला परियोजना, समन्वयक।