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Pehlu Khan के बेटे और गवाहों पर फायरिंग की पुष्टि नहीं, केस ट्रांसफर कराने की मंशा?

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अलवर

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Hiren Joshi

Oct 01, 2018

Pehlu Khan Case : No Evidence Of Firing On Pehlu's Son and Witnesses

पहलू खां के बेटे और गवाहों पर फायरिंग की पुष्टि नहीं, केस ट्रांसफर कराने की मंशा?

अलवर. बहुचर्चित पहलू खां हत्याकांड मामले में शनिवार को बहरोड़ पेशी पर आ रहे पहलू खां के बेटों व गवाहों पर फायरिंग नहीं हुई। प्रकरण में पुलिस ने अब तक करीब डेढ़ दर्जन बिंदूओं पर गहनता से पड़ताल की, लेकिन एक भी बिंदू से भी घटना की पुष्टि नहीं हुई। घटना सही है या गलत फिलहाल इस बारे में पुलिस अधिकारी स्पष्ट रूप से खुलासा करने से बच रहे हैं।

एक अप्रेल 2017 को बहरोड़ से पिकअप में गाय लेकर निकल रहे जयसिंहपुर थाना नूह (हरियाणा) निवासी पहलू खां व अन्य साथ भीड़ ने मारपीट कर दी थी। घटना के दो दिन बाद पहलू खां की उपचार के दौरान मौत हो गई। इस मॉब लिंचिंग मामले में मृतक पहलू खां का पुत्र इरशाद व आरिफ और गवाह अजमत, रफीक और एडवोकेट असद हयात 29 सितंबर को सुबह कार से बहरोड़ कोर्ट में गवाही के लिए आ रहे थे। उन्होंने पुलिस को सूचना दी कि बहरोड़ से 8-9 किलोमीटर पहले एनएच-8 पर एक काले रंग की स्कोर्पियो गाड़ी में सवार अज्ञात बदमाशों ने उनके ऊपर फायरिंग की। इसके बाद वे अलवर आकर पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह से मिले। पुलिस ने घटना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल नीमराणा थाने में प्रकरण दर्ज कर तफ्तीश शुरू की। प्रकरण में पुलिस ने करीब डेढ़ दर्जन बिंदूओं पर अब तक पड़ताल की है, जिसमें पहलू खां के बेटों और गवाहों पर फायरिंग की बात सामने नहीं आई है। इधर, शनिवार रात आईजी वीके सिंह बहरोड़ पहुंचे, उन्होंने घटना के संबंध में पुलिस अधिकारियों से मीटिंग कर जानकारी ली।

फेसबुक पर डाली पेशी की सूचना

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पहलू खां प्रकरण में 29 सितम्बर को बहरोड़ में पेशी पर आने के सम्बन्ध में एडवोकेट असद हयात ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट डाली थी। वहीं, दूसरी तरफ पीडि़त पक्ष पुलिस ने सुरक्षा की मांग कर रहा है। पुलिस ने असद हयात के फेसबुक अकाउंट का स्क्रीन शॉट भी लिया है। इस बिंदू पर भी पुलिस की पड़ताल जारी है।

इन महत्वपूर्ण बिंदूओं से घटना पर संदेह

पहलू खां के बेटे व गवाहों ने जिस स्थान पर उनकी गाड़ी पर फायरिंग होना बताया है, पुलिस ने वहां स्थित एक होटल के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज देखे। वहां से सुबह 9.04 बजे इनकी गाड़ी निकली, लेकिन इससे आधे घंटे पहले और बाद तक कोई काले रंग की कार नहीं निकली। पीडि़त पक्ष ने जहां गाड़ी ब्रेक लगाना बताया, एफएसएल रिपोर्ट में वहां सडक़ पर कोई गाड़ी ब्रेक लगना नहीं पाया गया। गाड़ी में सवार पहलू खां के बेटों, गवाहों व ड्राइवर से अलग-अलग घटना और घटनास्थल के बारे में वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ पूछताछ की गई, जिसमें सभी के बयानों और घटना के विवरण में विरोधाभास है। इसके अलावा घटनास्थल के आसपास किसी भी व्यक्ति ने फायरिंग की पुष्टि नहीं की।

केस ट्रांसफर कराने की मंशा

पहलू खां प्रकरण में उसके बेटे और गवाहों को बार-बार बहरोड़ में पेशी पर आना पड़ता है। शनिवार को पुलिस अधीक्षक से मिलने के दौरान भी उन्होंने केस को बहरोड़ से अलवर या तिजारा कोर्ट में ट्रांसफर कराने की बात कही थी। पुलिस इस बिंदू पर भी पड़ताल कर रही है कि कहीं केस ट्रांसफर कराने के लिए तो खेल नहीं रचा गया।

घटना की पुष्टि नहीं

बहरोड़ पेशी पर आ रहे मृतक पहलू खां के बेटे और गवाहों पर फायरिंग मामले में पुलिस गहनता से पड़ताल में जुटी है। अब तक करीब एक दर्जन बिंदूओं पर गहनता से पड़ताल की गई है, जिसमें घटना की पुष्टि नहीं हुई है। जल्द ही इसमें निर्णय दे दिया जाएगा।
- राजेन्द्र सिंह, जिला पुलिस अधीक्षक, अलवर।