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अम्बेडकर नगर वालों सावधान, लौट आया है गब्बर

जिले में एक बार फिर दहशत का माहौल कायम हो गया है क्योंकि जेल से छूट गया है गब्बर। जी हां हम बात कर रहे हैं जिले के हंसवर थाना क्षेत्र का चर्चित माफिया खान मुबारक का

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Ruchi Sharma

May 01, 2016

Ambedkar Nagar

Ambedkar Nagar

अम्बेडकर नगर. जिले में एक बार फिर दहशत का माहौल कायम हो गया है क्योंकि जेल से छूट गया है गब्बर। जी हां हम बात कर रहे हैं जिले के हंसवर थाना क्षेत्र का चर्चित माफिया खान मुबारक का। माफिया खान मुबारक पिछले लगभग दो सालों से जेल की सलाखों के पीछे था। उससे पहले खान मुबारक जिले में व्यापारियों और नेताओं के लिए आतंक का पर्याय बना हुआ था। फिरौती और हत्या की सुपारी में खान मुबारक का नाम जिले के अपराधियों में सबसे ऊपर आ गया था।

खान मुबारक तब और ज्यादा चर्चित हुआ जब उसका एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें खान मुबारक ने एक व्यवसाई को अपने घर में कैद करके पहले तो हंटर से उसकी पिटाई की और बाद में फिल्म शोले की स्टाइल में गब्बर बनकर उसके सिर पर बोतल रख कर पिस्टल से निशाना लगाते हुए गोली चला दी थी। आतंक के इस वीडियो के वायरल होने के बाद माफिया खान मुबारक ने जेल में रहते हुए जेल प्रशासन की धज्जियां उड़ा कर रख दी थी।

देखें वीडियो-

जेल की सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए अपना बयान रिकार्ड कराकर उसका वीडियो मीडिया के पास भेज दिया था। जिसमें उसने दाउद इब्राहिम के आदमियों और सपा के एक विधायक से अपनी जान को खतरा बताते हुए धमकी दी थी कि अगर खान मुबारक के साथ कुछ हुआ तो न तो खाकी बचेगी और न ही खादी। वीडियो में उसने बताया था कि दाउद इब्राहीम के कुछ आदमियों से उसकी जान को खतरा है और साथ ही साथ सपा के एक दबंग विधायक से भी अपनी जान को खतरा है ।अपने वीडियो में माफिया ने कहा था कि एक ठेके के टेंडर को लेकर सपा के विधायक से उसकी रंजिश है और वे उसको जेल में ही मरवा देना चाहते हैं।

माफिया खान मुबारक का अंडरवर्ड से है सम्बन्ध

हंसवर थाना क्षेत्र के हरसम्हार गांव का निवासी खान मुबारक का बड़ा भाई खान जफ़र उर्फ़ जफ़र सुपारी मुबई फिल्म जगत से जुड़े मशहूर काला घोडा हत्या काण्ड मामले का मुख्य अपराधी है। माना जाता है कि जफ़र खान उर्फ़ जफर सुपारी का सम्बन्ध अंडर वर्ड से है और इसी नक्से कदम पर चलता हुआ खान मुबारक सबसे पहले इलाहाबाद के एक चर्चित ए टी एम लूट काण्ड में नामजद हुआ, लेकिन पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका।

उसके बाद से ही खान मुबारक पहले तो इलाहबाद और मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में अपने अपराधों की फेहरिस्त बढाता गया और बाद में अम्बेडकर नगर को ही अपना कार्य क्षेत्र बना लिया। जिले में खान मुबारक ने फिरौती, रंगदारी के साथ ही जमीन की माफियागिरी भी शुरू कर दी थी। जिसमें रातों रात खान मुबारक करोड़ों में खेलने लगा था। हालांकि जेल से भेजे वीडियो में एक सवाल के जवाब में अंडरवर्ड से संबंधों के बारे में उसने कहा था कि इसका जवाब मुंबई पुलिस और मुंबई की मीडिया अच्छे से देगी।

खुद को बताता है अपराध का आर्गनाइजेशन

अपने विरोधियों को चेतावनी देते हुए खुद को खान मुबारक अपराध का आर्गनाइजेशन बताता है। जेल से भेजे वीडियो में उसने राज नेताओं को धमकी देते हुए कहा था कि एक खान मुबारक को मारने से खान मुबारक का वजूद ख़त्म नहीं होगा ।खान मुबारक एक न ख़त्म होने वाली आर्गनाइजेशन का नाम है और जिस दिन खान मुबारक को मार दिया जायेगा उस दिन न तो खाकी बचेगी और न खादी। जिस तरह से जेल के भीतर शहीद अशफाक उल्लाह खान कक्ष के बाहर यह वीडियो रिकार्ड कराकर उसे बाहर मीडिया तक पहुचाया गया था, उसको लेकर जेल प्रशासन और पुलिस की काफी फजीहत हुई थी और उसी समय खान मुबारक को फैजाबाद से बरेली जेल में शिफ्ट कर दिया गया था।

जेल से बाहर आ गया है गब्बर

व्यापारियों और नेताओं के लिए आतंक का पर्याय बन चुके खान मुबारक उर्फ़ गब्बर हत्या के प्रयास, रंगदारी और लूट जैसे कई मामलों में फैजाबाद मंडल कारागार में बंद किया गया था, जिसपर गैंगेस्टर की भी कार्यवाही हुई थी। बताया जाता है कि बीते शुक्रवार को खान मुबारक की जमानत हो गई और वह बरेली जेल से छूट कर एक बार फिर जिले में अपना कदम रख दिया है। जिसके बाद से ही जिले की पुलिस और ख़ुफ़िया तंत्र एक बार फिर चौकन्नी हो गई । पुलिस को लगता है कि कई महीनों से शांत रहे इस जिले में एक बार फिर खान मुबारक के छूट जाने के बाद माहौल खराब हो सकता है। उधर जेल से छूटते ही खान मुबारक जिले के ही एक विवादित व्यक्ति सूर्यमणि यादव के आवास पर पहुच कर उससे मुलाकात की है।

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