मनरेगा के संचालन के लिए निगरानी समिति में रोजगार सहायक, सचिव, पंचायत इंस्पेक्टर, वेलूयर, विभागीय अधिकारी, जिला व जनपद पंचायत के संबंधित अधिकारी को सम्मलित किया गया है। लेकिन मनरेगा के तहत श्रमिकों का भुगतान नहीं होने की शिकायत पर सिर्फ रोजगार सहायक को निलंबीत कर दिया जाता है। लेकिन श्रमिकों के बकाया भुगतान के तरफ कोई ध्यान नहीं देता है।