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अमरीका ने की किम और मून के बीच बातचीत की सराहना, चीन को भी दिया क्रेडिट

उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच हुई शिखर वार्ता का पूरी दुनिया में स्वागत हो रहा है। ट्रंप ने इसके लिए चीन की भी तारीफ की है।

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वाशिंगटनः अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच हुई वार्ता की तारीफ की है। ट्रंप ने इस बातचीत का क्रेडिट चीन को भी दिया। उन्होंने कहा कि शी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के मदद की वजह से ही आज यह संभव हुआ है। ट्रंप ने कहा कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन के बीच हुई बातचीत कई मामलों में ऐतिहासिक है। ट्वीट कर अपनी खुशी का इजहार करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अब कोरिया प्रायद्वीप शांति की तरह आगे बढ़ रहा है जोकि दुनिया के लोगों के लिए एक संदेश है।

अन्य देशों ने भी की तारीफ
उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच हुई बातचीत का पूरी दुनिया में स्वागत हो रहा है। जापान और चीन ने भी इसका स्वागत किया है। इसके अलावा विश्व के कई देशों ने परमाणु परीक्षण रोकने के लिए उत्तर कोरिया की तारीफ की है। दरअसल मई 2017 से अब तक उत्तर कोरिया ने 6 परमाणु परीक्षण किया है। मून जे इन के दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति बनने के बाद से दोनों देशों में काफी खटास आई थी।

दक्षिण कोरिया में विरोध के भी सुर
दक्षिण कोरिया में लोगों के एक समूह ने शुक्रवार को उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के शीर्ष नेताओं के ऐतिहासिक शिखर बैठक के विरोध में प्रदर्शन किए। इस सम्मेलन का उद्देश्य कोरियाई प्रायद्वीप में संभावित परमाणु निरस्त्रीकरण पर चर्चा करना था। दोनों नेताओं के मुलाकात स्थल पनमुनजोम से नौ किलोमीटर दूर इमजिंगाक पार्क में करीब 25 लोग एकत्रित हुए और उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम की आलोचना वाले पोस्टर लहराए। दक्षिण कोरिया और अमरीका के झंडे को फहराते हुए, प्रदर्शनकारियों ने 'उत्तर कोरिया के नरसंहार को रोको', 'यह उत्तर कोरिया पर बम गिराने का समय है', 'हमें चीन, उत्तर कोरिया और ईरान को मिटाना है! हम खूनी गठबंधन हैं!' जैसे नारे लिखी तख्तियों को लहराया। प्रदर्शनकारियों ने शिखर बैठक के विरोध में नारे लगाए और ड्रम भी बजाए।