आगरा में लोकतंत्र रक्षक सेनानी चिंरजीलाल की अंतिम यात्रा के दौरान भाजपा विधायक डॉ. जीएस धर्मेश और पूर्व मंत्री रामबाबू हरित के बीच विवाद हो गया। यह विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों के बीच हाथापाई की नौबत आ गई।
अर्जुन नगर निवासी लोकतंत्र रक्षक सेनानी चिरंजीलाल कुशवाहा का सोमवार शाम निधन हो गया था। मंगलवार को उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई, जिसमें भाजपा कैंट विधायक डॉ. जीएस धर्मेश, पूर्व विधायक और पूर्व राज्यमंत्री रामबाबू हरित समेत कई भाजपा नेता शामिल हुए। सुबह करीब 10 बजे यात्रा शुरू हुई, जिसमें रामबाबू हरित आगे चल रहे थे, जबकि विधायक डॉ. धर्मेश भी उनके पास ही थे।
इस शव यात्रा के दौरान पूर्व मंत्री रामबाबू हरित अपने मोबाइल से यात्रा का वीडियो बना रहे थे। इसी बीच विधायक डॉ. धर्मेश ने उन्हें हटाने की कोशिश की, जिससे दोनों के बीच कहासुनी हो गई। देखते ही देखते विवाद बढ़ गया और हाथापाई होने लगी। इस झड़प में विधायक के गाल पर थप्पड़ भी लग गया।
घटना पर पूर्व मंत्री रामबाबू हरित ने कहा कि वह अंतिम यात्रा में आगे चल रहे थे, जो विधायक को पसंद नहीं आया। उन्होंने बार-बार हटाने की कोशिश की। जब उन्होंने इस पर सवाल किया, तो विधायक ने उनके साथ खींचतान की और अपशब्द कहे। हालांकि, उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी क्योंकि विधायक माननीय पद पर हैं। रामबाबू हरित भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और तीन बार आगरा कैंट क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। उनका आरोप है कि विधायक डॉ. धर्मेश को उनका क्षेत्र में आना पसंद नहीं है और अगर वे किसी कार्यकर्ता के घर भी जाते हैं तो कार्यकर्ताओं को धमकाया जाता है।
आपको बता कि विधायक डॉ. जीएस धर्मेश पहले भी चर्चा में रह चुके हैं। एक कार्यक्रम के दौरान अपने फोटो का आकार छोटा होने से वे नाराज हो गए थे और उन्होंने स्वयं जाकर होर्डिंग हटवा दिया था। इसके अलावा, उन्होंने नगर निगम में भ्रष्टाचार और पुलिस कमिश्नरेट में कमीशनखोरी को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा था जिसकी काफी चर्चा हुई थी।