समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मंगलार को अपनी पार्टी के पदाधिकारियों-कार्यकर्ताओं को नसीहत दी और कहा- ‘इतिहास को इतिहास ही रहने दें। इसके विवादास्पद पहलुओं पर बहस करने से बचना चाहिए।‘
आंबेडकर जयंती पर सपा सांसद रामजीलाल सुमन के विवादित बयान के बाद सपा प्रमुख की इस नसीहत को अहम माना जा रहा है। मेहनगर के मंगरावां में अखिलेश ने कहा कि वे ऐसे किसी भी मुद्दे को न उठाएं जो जनता के बीच आपसी वैमनस्य फैलाने का काम करे। उन्होंने कहा कि जो इतिहास समाज में दरार डाले, उसे इतिहास ही रहने दिया जाना चाहिए। अगर इतिहास की बातें हमें सकारात्मक दिशा न दे सकें तो हमें उस पर चर्चा नहीं करनी चाहिए।
सपा प्रमुख ने करणी सेना पर तीखा हमला करते हुए उनकी तुलना सीधे हिटलर से करते हुए कहा कि जो संगठन तानाशाही की राह पर चलते हैं, उन्हें जनता जल्द ही नकार देती है। इधऱ, सपा सांसद रामजीलाल सुमन की मुसीबतें कम नहीं हो रहीं। एक बार फिर उनके बयान पर विवाद हो गया है।
सोमवार को आंबेडकर जयंती पर सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने कहा था- गड़े मुर्दे मत उखाड़ो. तुम कहते हो हर मस्जिद के नीचे मंदिर है तो हमें यह कहना पड़ेगा की हर मंदिर के नीचे बौद्ध मठ है। उन्होंने आगे कहा- अगर कहोगे कि मुसलमान में बाबर का डीएनए है तो तुम में किसका डीएनए है, जरा यह भी बता दो? करणी सेना पर कटाक्ष करते हुए सपा सांसद ने कहा कि- हमने तीन सेनाएं सुनी हैं। करणी सेना के रणबांकुरों को सरहद पर जाना चाहिए और चीन से हमें बचाना चाहिए।