अहमदाबाद

लाजपोर जेल का जेलर बन 15 हजार मांगने वाला शातिर गिरफ्तार

-जोन-2 डीसीपी की एलसीबी ने ईसनपुर से आरोपी को दबोचा, पांच फोन जब्त, पहले भी ऐसे मामलों में हो चुकी गिरफ्तारी

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Ahmedabad. सूरत के अडाजण थाने में दर्ज ब्लैकमेलिंग के मामले में पकड़े गए आरोपी की पत्नी को सूरत की लाजपोर जेल का जेलर बन फोन करके 15 हजार मांगने वाले शातिर आरोपी को अहमदाबाद शहर पुलिस ने धर दबोचा है। आरोपी को ईसनपुर क्षेत्र से जोन-2 के डीसीपी की लोकल क्राइम ब्रांच (एलसीबी) टीम ने पकड़ा है। इसका नाम राजेश उर्फ चको त्रिवेदी (49) है। यह ईसनपुर जयमाला के पास आनंद सोसाइटी का रहने वाला है।

जोन-2 के डीसीपी भरत राठौड़ ने मंगलवार रात को संवाददाताओं को बताया कि सूरत के सचिन थाने में 15 नवंबर को एक मामला दर्ज हुआ है। उसमें आरोप है कि जेल में बंद एक आरोपी के परिजन को फोन करके लाजपोर जेल के जेलर के रूप में परिचय देकर जेल में कैदी को घर का खाना, बिस्तर व अन्य सुविधाएं देने के नाम पर 15 हजार रुपए की मांग की गई थी। इससे जुड़ा ऑडियो और कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे।

इसकी जांच करने पर टीम को सूचना मिली कि इस प्रकार की मॉडस ऑपरेंडी से पैसे ठगने वाला आरोपी अहमदाबाद के ईसनपुर में रहता है। जांच करने पर वह घर पर मिल गया। उसका नाम राजेश त्रिवेदी है। पूछताछ में उसने लाजपोर जेल का जेलर बन आरोपी की पत्नी को फोन करके पैसे मांगने का आरोप कबूला है। उसे पकड़ लिया है। उसे सचिन पुलिस को सौंपने की प्रक्रिया शुरू की है।

चैनल, पेपर से जुटाता जानकारी

आरोपी इतना शातिर है कि यह न्यूज चैनल, पेपर में प्रकाशित अपराध के समाचार से आरोपियों के बारे में जानकारी लेता। फिर उनका वकील बनकर थानों से जानकारी लेकर उनके परिजनों को जेलर बन फोन करके सुविधा देने के नाम पर पैसे मांगता था।

नकली पुलिस, तहसीलदार के नाम पर भी ठगी

जांच में सामने आया कि आरोपी के विरुद्ध गांधीनगर सेक्टर-21 में 2016 में नकली फूड सेफ्टी ऑफिसर बन ठगने का मामला दर्ज है। 2015 में अहमदाबाद के बापूनगर में नकली पुलिस, 2017 में अमरेली में नकली तहसीलदार और 2004 में कालूपुर थाने में नकली आयकर अधिकारी बन ठगी करने का मामला दर्ज हो चुका है। इसमें गिरफ्तारी हो चुकी है।

Published on:
18 Nov 2025 10:12 pm
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