माना-राहुल गांधी का आभार
केंद्र सरकार की जाति जनगणना की घोषणा के बाद शुक्रवार को शहर स्थित गुजरात प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय में पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने आभार दर्शन कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम के दौरान पार्टी के नेताओं ने कहा कि न्याय के लिए लगातार संघर्ष कर रहे राहुल गांधी की ओर से मांग की गई जाति जनगणना को केंद्र सरकार को स्वीकार करना पड़ा।अहमदाबाद शहर कांग्रेस अध्यक्ष हिम्मत सिंह पटेल ने कहा कि राहुल गांधी ने भारतीयों के अधिकारों के लिए जाति आधारित जनगणना की मांग को लेकर पूर्व में भारत जोड़ो यात्रा की थी। वे जाति आधारित जनगणना के प्रबल समर्थक रहे हैं। ये बातें सरकार को माननी पड़ी हैं। पटेल ने कहा कि जाति आधारित जनगणना न होने के कारण सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता कार्यक्रमों का समुचित क्रियान्वयन पूरा नहीं हो पाता था। ऐसे में जनसंख्या के सभी वर्गों के लिए जाति जनगणना आवश्यक है। जाति जनगणना पर लिया गया निर्णय को उन्होंने राहुल की दूरदर्शिता का प्रतीक बताया। इन्हीं मुद्दों को ध्यान में रखकर शुक्रवार को राहुल गांधी के लिए अभिवादन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
गुजरात विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के उपनेता शैलेष परमार ने कहा कि लोकसभा में राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना का भरपूर हिमायत की थी। इसके बाद सरकार को यह घोषणा करनी पड़ी थी। उनका कहना है कि यह जनगणना पारदर्शिता से की जाए और सरकार यह बताए कि जनगणना कब और कैसे होगी। इस अवसर पर कांग्रेस नेता रामकिशन ओझा, बिमल शाह पंकज पटेल, प्रवक्ता हेमांग रावल, हीरेन बैंकर, पार्थिव कठवाडि़या समेत अन्य मौजूद रहे।
इससे पहले विधानसभा में कांग्रेस के विधायक दल के नेता अमित चावड़ा ने कहा कि जाति जनगणना से सामान्य गरीब व मध्यमवर्ग के लोगों विशेषकर एससी, एसटी, ओबीसी व अल्पसंख्यक लोगों को सामाजिक न्याय मिलेगा। वर्तमान आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक स्थिति का पता चलेगा। बजट की योजनाओं के लिए भी यह जरूरी है। यह मांग कांग्रेस ने बार-बार की है। राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान इसकी बात की।