525 करोड़ रुपए के 28 विकास कार्यों का लोकार्पण और 982 करोड़ रुपए के 30 विकास कार्यों का शिलान्यास
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में रविवार को शहरवासियों को एक के बाद एक कर 58 विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इसमें दो हजार से अधिक इडब्ल्यूएस पीएम आवासों का ड्रा भी किया गया। जिसमें दो हजार लोगों को उनके खुद के घर की सौगात मिली। महानगरपालिका में नए नियुक्त किए गए 102 सहायक फायरमैन को नियुक्ति पत्र भी सौंपे गए।
शाह ने थलतेज में 881 आवासों की ‘तुलसी रेसिडेंसी’ का नामकरण भी किया और ड्रॉ कर चाबी सौंपी। साउथ बोपल में एक गार्डन का लोकार्पण किया। सरखेज गांव में श्री क्षेत्र सरोवर का लोकार्पण तथा वस्त्रापुर में भक्तकवि नरसिंह मेहता सरोवर (वस्त्रापुर तालाब), जिसे पुनर्विकसित किया गया है, उसका भी लोकार्पण किया। मेमननगर में ओपन पार्टी प्लॉट का लोकार्पण, नवा वाडज में भी पीएम आवास के तहत 350 आवासों का भी लोकार्पण किया। उन्होंने गोता में मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास किया। यह कॉम्प्लेक्स 43.12 करोड़ की लागत से तैयार होगा।
राणिप रेलवे ओवरब्रिज के पास स्थित खेलकूद गतिविधि संकुल और न्यू राणिप में स्थित जिम्नेशियम एवं वाचनालय का भी दौरा किया। अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं में पश्चिम जोन के नवा वाडज में निर्णयनगर अंडरपास के ऊपर रामपीर मंदिर की ओर, निर्णयनगर पेट्रोल पंप के सामने वन-वे लाइट मोटर व्हीकल ब्रिज का शिलान्यास भी किया। मध्य जोन के जमालपुर-खाडिया में हेरिटेज बिल्डिंग का पुनर्स्थापन किया जाएगा। इसमें हेरिटेज गैलरी भी तैयार होगी। इसका भी शिलान्यास किया गया।महाप्रज्ञ ब्रिज से घेवर सर्कल, डफनाला तक आइकॉनिक रोडअसारवा में महाप्रज्ञजी ब्रिज से लेकर घेवर सर्कल, रक्षा शक्ति सर्कल से डफनाला तक रोड को स्ट्रीट फर्नीचर के साथ आइकॉनिक रोड के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके कार्य का भी शिलान्यास किया गया। घाटलोडिया में उत्तर-पश्चिम जोन के बोडकदेव में मानव मंदिर के निकट नया ओपन पार्टी प्लॉट का लोकार्पण किया गया। वेजलपुर में स्पीपा सेंटर के निकट कम्युनिटी हॉल बनाया गया है। इसका लोकार्पण किया।
हाउसिंग प्रोजेक्ट के तहत मुख्यमंत्री गृह योजना में शहर में 45.12 करोड़ की लागत से बने 465 आवासों का ड्रॉ किया गया। इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अफोर्डेबल हाउसिंग में 82.55 करोड़ की लागत से तैयार हुए 1577 मकानों की भी ड्रा प्रक्रिया की गई। इन सभी घरों की चाबियां मालिकों को सौंपी गईं। साथ ही शहर में नए आवासों के लिए भूमिपूजन भी किया गया।