-लोगों के पैसे लेकर कार्यालय बंद कर हुआ फरार, एफआईआर दर्ज
Ahmedabad. पड़ोस में रहने वाले व्यक्ति सहित छह लोगों को नौ करोड़ रुपए से ज्यादा की चपत लगाने का मामला सामने आया है।आरोपी ने धंधे में पैसों की जरूरत होने की बात कहकर पैसे लिए, धंधे में मुनाफा होने पर 50 फीसदी लाभ देने का झांसा देकर छह लोगों से करोड़ों लेने के बाद घर व ऑफिस बंद करके फरार हो गया।
इस संबंध में निकोल निवासी मेहुल कुमार सतासिया (32) ने उनके पडोस में रहने वाले विशाल वोरा और लोन एजेंट राहुल शर्मा के विरुद्ध के शनिवार को अहमदाबाद क्राइम ब्रांच में विश्वासघात और ठगी की प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें उनके जैसे और पांच लोगों के पास से भी करोड़ों रुपए लेकर कुल 9 करोड़ 21 लाख से ज्यादा की चपत लगाने का आरोप है।
एफआईआर के तहत यह घटना एक जनवरी 2024 से 22 नवंबर 2025 के दौरान हुई। एक फार्मा कंपनी में सीनियर एक्जीक्यूटिव के रूप में कार्यरत मेहुल के पडोस में विशाल वोरा रहते हैं। उसने खुद को क्रेडिट कार्ड स्वाइप मशीन और कपड़े का व्यापारी बताया। रखियाल सुमेल-88 में ऑफिस बताई। उसने लोन का हफ्ता करने और धंधे के लिए एक करोड़ रुपए की मेहुल से मांग की। मुनाफा होने पर मुनाफे की राशि को 50-50 फीसदी बांटने का झांसा दिया। उसने बैंकों में पहचान होने की बात कहते हुए मेहुल के नाम पर सात अलग-अलग बैंकों से 53 लाख रुपए की पर्सनल लोन पास करवा दी कहा कि हफ्ता वह भरेगा, सिर्फ मेहुल उसके नाम पर लोन लेकर दे दे। बातों में आए मेहुल ने उसे अपने दस्तावेज दे दिए, जिससे आरोपी ने लोन एजेंट राहुल के जरिए सात बैंकों से 53 लाख से ज्यादा की पर्सनल लोन मंजूर करा दी। इसका प्रति महीने 1.22 लाख रुपए आता है। कुछ हफ्ता की राशि उसने दी फिर बंद कर दी। पता किया तो सामने आया कि वह अहमदाबाद से चला गया है। उसकी रखियाल की ऑफिस भी बंद है।
उसने मेहुल की तरह ही पांच और लोगों को चपत लगाई है। इसमें तपन त्रिवेदी को 71 लाख, निकुंज अमीपरा को 2.69 करोड़, विजय मेशिया व उनके संबंधियों को 2.53 करोड़, प्रीतेश मालविया को 1.51 करोड़, राकेश जोशी को 1.28 करोड़ रुपए की चपत लगाकर फरार हो गया है। इस मामले की जांच शहर पुलिस की आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा को सौंपी गई है।