गुजरात पुलिस की स्टेट ट्रैफिक ब्रांच ने मैप माय इंडिया के साथ किया करार, ब्लैक स्पॉट्स, एक्सीडेंट जोन और स्पीड लिमिट की जानकारी अब रियल टाइम हुई उपलब्ध
Ahmedabad. स्वदेशी अपनाने को लेकर देशभर में जारी अभियान को मद्देनजर रखते हुए गुजरात पुलिस ने भी अनूठी पहल की है। गुजरात पुलिस अब रोड सेफ्टी और ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए स्वदेशी तकनीक अपनाएगी। इसके लिए गुजरात पुलिस की स्टेट ट्रैफिक ब्रांच (एसटीबी) ने मैप माय इंडिया (मेपल्स) के साथ मंगलवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
इस समझौते के तहत गुजरात पुलिस के साथ-साथ राज्य के लोगों को भी अब नेविगेशन के साथ-साथ ब्लैक स्पॉट्स, संभावित दुर्घटना क्षेत्र, स्पीड लिमिट और रियल टाइम ट्रैफिक एडवाइजरी की जानकारी सीधे मोबाइल एप पर मिलेगी।
गुजरात के उपमुख्यमंत्री हर्ष संघवी ने हाल ही में ‘हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी’ अभियान के तहत राज्य के सभी विभागों के साथ बैठक कर स्वदेशी वस्तुएं और स्वदेशी तकनीक अपनाने पर जोर दिया था। इसी दिशा में राज्य पुलिस महानिदेशक विकास सहाय के मार्गदर्शन में स्टेट ट्रैफिक ब्रांच ने मैपल्स एप के साथ यह करार किया है।
गुजरात पुलिस ने बताया कि मैपल्स ने अपने एप में विशेष फीचर्स जोड़े हैं, जिनमें ब्लैक स्पॉट्स और एक्सीडेंट ज़ोन का डेटा गुजरात पुलिस द्वारा उपलब्ध कराया गया है। इससे वाहन चालकों को पहले से ही खतरे वाले इलाकों और स्पीड लिमिट की जानकारी मिल सकेगी, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना कम होगी।
एमओयू के अनुसार गुजरात पुलिस रोजाना मैपमायइंडिया को रियल टाइम ट्रैफिक एडवाइजरी और संबंधित जानकारी उपलब्ध कराएगी। जिससे वाहन चालक बंद सड़कों, सड़क निर्माण/मरम्मत कार्य और रैली या अन्य कार्यक्रमों के चलते ट्रैफिक जाम के अपडेट पा सकेंगे और उसके अनुरूप वैकल्पिक मार्ग को चुन सकेंगे।सभी जिला पुलिस को दिया प्रशिक्षण, वॉट्सएप से जानकारीइस पहल के लिए सभी जिलों के पुलिस कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे वॉट्सएप ग्रुप के माध्यम से मैपमायइंडिया को समय पर इनपुट दे सकें। डेटा अपडेट का काम शुरू हो चुका है। ऐसे में अब न सिर्फ गुजरात पुलिस बल्कि राज्य के नागरिक भी गुगल मैप की जगह मैप माय इंडिया का उपयोग करते हैं तो उन्हें राज्य में ट्रैफिक प्रबंधन, ब्लैक स्पॉट, एक्सीडेंट जोन और ट्रैफिक जाम की अपडेट जानकारी मिलेगी।