मालिया के पास हादसा, वाव-थराद जिले की दियोदर व कांकरेज तहसील से जा रहे थे पदयात्री मोरबी. जामनगर. मोरबी जिले की मालिया तहसील में चाचावदरड़ा गांव के पास बुधवार सुबह हिट एंड रन की घटना में ट्रक ने द्वारका जा रहे पांच पदयात्रियों को कुचल दिया। इनमें से 4 पदयात्रियों की मौत हो गई वहीं […]
मोरबी. जामनगर. मोरबी जिले की मालिया तहसील में चाचावदरड़ा गांव के पास बुधवार सुबह हिट एंड रन की घटना में ट्रक ने द्वारका जा रहे पांच पदयात्रियों को कुचल दिया। इनमें से 4 पदयात्रियों की मौत हो गई वहीं एक पदयात्री घायल हो गया। मृतकों में वाव-थराद जिले की दियोदर तहसील के नवागाम निवासी दो भाई भगवान चौधरी (65) व अमरा (62) तथा कांकरेज तहसील के अधगाम निवासी हार्दिक चौधरी (28) व दिलीप चौधरी (28) शामिल हैं। वहीं एक पदयात्री घायल हो गया।
जानकारी के अनुसार, वाव-थराद जिले की दियोदर व कांकरेज तहसील से गत 11 दिसंबर को रवाना होकर 11 पदयात्री द्वारका जा रहे थे। मंगलवार रात को उन्होंने मालिया तहसील के सरवाड गांव के पास सपेश्वर महादेव मंदिर में रात्रि विश्राम किया। बुधवार सवेरे 5 से 6 बजे के बीच फिर से पदयात्रा शुरू की।
इस दौरान चाचावदरड़ा गांव के पास पीपलिया हाइवे पर पेट्रोल पंप के निकट पीछे से तेज गति से आ रहे ट्रक ने पांच पदयात्रियों को कुचल दिया। इनमें से भगवान, अमरा, हार्दिक व दिलीप सहित चार पदयात्रियों की मौके पर मौत हो गई। एक पदयात्री नरसंग चौधरी (50) गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद ट्रक लेकर चालक मौके से फरार हो गया।
हादसे के बाद सड़क पर पड़े शव देखकर कुछ वाहन चालक रुक गए। इस कारण कुछ देर के लिए ट्रैफिक में रुकावट आई। घटना की सूचना मिलते ही मालिया पुलिस व 108 एंबुलेंस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने ट्रैफिक बहाल किया और मृतकों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मोरबी के सिविल अस्पताल पहुंचाया। घायल को मोरबी सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने हिट एंड रन के बाद फरार ट्रक चालक को पकड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर प्रयास शुरू किए।
हादसे की खबर मिलते ही टंकारा के विधायक दुर्लभजी देथरिया मोरबी सिविल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायल से मुलाकात की और मृतकों के साथी पदयात्रियों को सांत्वना दी। मृतकों के शव को गृह क्षेत्र ले जाने के लिए जरूरी इंतजाम भी किए। द्वारकाधीश के दर्शन से ठीक पहले हुई इस दुखद घटना से मालिया इलाके सहित वाव-थराद जिले में शोक की लहर दौड़ गई।